मीट के कारोबार पर अंकुश व प्रदूषण के लिए की मांग
सरताज खान
गाजियाबाद। लोनी हिंदू रक्षा दल के पदाधिकारियों ने उपजिलाधिकारी के नाम एक पत्र सौंपते हुए नवरात्रो में सभी मिट-मांस की दुकानें बंद कराने व उत्तरप्रदेश द्वारा ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण हेतु बनाए गए कानून के हो रहे उल्लंघन पर अविलंब अंकुश लगाए जाने के लिए मांग की है।
प्रतिनिधिमंडल ने अपने पत्र के माध्यम से कहां है कि सरकार द्वारा पिछले कुछ माह पहले एक ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रण करने हेतु सख्त कानून बनाया गया था। जिसमें सभी धार्मिक स्थलों को लाउडस्पीकर एक निश्चित मानक में बजाने के लिए अनुमति लेना अनिवार्य था। सभी को निर्देश दिए गए थे कि केवल एक लॉडस्पीकर धार्मिक स्थल पर लगाया या बजाया जाएगा। पदाधिकारियों ने बताया कि इस नियम को शक्ति से लागू किया गया था व सभी थानों व चौकियों में सभी सामाजिक लोगो को समझाया गया था। मगर आज उन्हें मजबूरन उचित कार्रवाई हेतु यह बताना पड़ रहा है कि क्षेत्र में मस्जिदों में लगातार इसका उल्लंघन किया जा रहा है जो नियम के विरुद्ध है। एक तरफ जहा मन्दिरो में लगभग सभी नियमो का पालन किया जा रहा है और जिन्हें परमिशन नही मिली उन मन्दिर स्थलों पर कोई लॉडस्पीकर नही है। वही दूसरी ओर प्रेम नगर मस्जिद, 100 फुटा मस्जिद व इकराम नगर मस्जिद आदि धार्मिक स्थलों पर मानकों से अधिक लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। जहा मानको से कहीं अधिक ध्वनि द्वारा अजान व रात्रि में 10 बजे के बाद भी कई बार किसी अन्य प्रकार का कार्यक्रम कर देर रात्रि तक ध्वनि प्रदूषण किया जाता है। जिसकी शिकायत कई बार परीक्षा के समय 100 नम्वर कॉल द्वारा करने के बाद उन्हें बन्द कराया गया।
पदाधिकारियों ने इसे नियमानुसार बिल्कुल गलत बताते हुए एसडीम से मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए आदेश जारी करने के लिए कहा है।उपरोक्त के अलावा उन्होंने यह बात भी कही की लोनी क्षेत्र में कोई भी मांस-मिट का व्यापार वैद्य नहीं है। उसके बावजूद भी किसी लापरवाही से यह व्यापार लोनी में चरम सीमा पर है। जिन्हें नवरात्रो को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाए।