सुल्तानपुर में लेखपाल की दबंगई जारी, डीएम का आदेश ताख पर रख उजाड़ दिया गरीब का आशियाना.
हरिशंकर सोनी
सुल्तानपुर (कादीपुर) – लेखपाल व कानूनगो व स्थानीय प्रशासन पर पीड़ित रेल लगाए गंभीर आरोप मामला सुल्तानपुर जनपद के कादीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम मोहम्मदाबाद थाना कोतवाली कादीपुर का है जहां पर रामबचन कनौजिया का परिवार पूर्वजों के समय से गाटा संख्या 241 239 में काबिज होकर अपना गुजर-बसर कर रहा था पीड़ित पक्ष का आरोप है कि तारक नाथ उपाध्याय हीरालाल बद्री प्रसाद तथा चार-पांच अज्ञात लोग मिलकर लेखपाल देव नारायण मिश्रा व कानूनगो शीतला सिंह की मिलीभगत के कारण जेसीबी लगवा कर निर्माण कार्य को जबरन ध्वस्त करा दिया
इस सम्बन्ध में पीड़ित पक्ष जिला अधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर दोषी लेखपाल कानूनगो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिलाधिकारी द्वारा एसडीएम कादीपुर को प्रकरण की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, वहीं पीड़ित पक्ष के रामबचन पुत्र किरोधर राम, आश्रय पुत्र क्रोध संतोष कुमार पुत्र राम निरंजन शर्मा रामदेव और दिनेश राम अशीष रामप्रकाश अरविंद कुमार ने आरोप लगाया है कि लेखपाल के द्वारा विपक्ष से मिलकर जबरदस्ती इस मकान को ढहा दिया.
बताते चले कि लेखपाल का नाता विवादों से जुड़ा रहा अभी कुछ दिन पूर्व ही लेखपाल के द्वारा फरियादी को पीटने का और गाली गलौज का आरोप लगा था उस मामले में तत्कालीन एसडीएम कादीपुर मोती लाल सिंह ने कार्रवाई करते हुये लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था, वही गांव की महिलाओं ने आरोप लगाया है कि लेखपाल ने गाली गलौज व जान से मारने की धमकी तक भी दे डाली है. पीड़ित परिवार डरा सहमा होकर मामले की शिकायत लेकर कोतवाली कादीपुर भी गये लेकिन वहां पर डांट कर भगा देने का भी आरोप लगाया इस प्रकरण के बाद पीडितो ने महिलाओं समेत जिला अधिकारी से गुहार लगाई है जब इस संबंध में मीडिया कर्मियों ने लेखपाल देवनारायण मिश्रा से जानकारी करना चाहा तो लेखपाल का कहना है कि हमको आदेश एसडीएम ने दिया था सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आदेश होने के पहले ही उपजिलाधिकारी ने किसी जांच के पहले ही आदेश कैसे दे दिया. जिलाधिकारी से मिलकर पीड़ित पक्ष जब तक घर पहुंचा सारा आशियाना उजड़ चुका था देखना यह होगा कि योगी सरकार में बेलगाम हुए लेखपाल के ऊपर प्रशासन क्या कार्रवाई करता है