ढोल-नगाड़ों के साथ दी गई मां दुर्गा को विदाई
शरदा नदी के घाट पर श्रद्धालुओं ने धूम-धाम से किया मूर्ति विसर्जन
फारूक हुसैन
बिजुआ-खीरी। नवरात्र ख़त्म होते ही, देश में रविवार को विजयदशमी की धूम रही, दशहरा के दिन जहां एक ओर रावण दहन हुआ, तो वहीं दूसरी तरफ दुर्गा मां की मूर्तियां भी विसर्जित की गयी। श्रद्धालु बड़े की धूमधाम से ढोल-नगाड़ों के साथ मां को विदाई देते हैं। इसी कड़ी में बिजुआ छेत्र में कई गांवों में स्थापित माँ दुर्गा की मूर्ति की नवरात्रि के समापन होने पर मूर्तियों का विसर्जन धूमधाम से किया गया।
कस्बे के करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर दम्बलतान्डा के सटे शारदा नदी के घाट पर श्रद्धालु माँ दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया। मूर्ति विसर्जन में हजारों भक्तों की भीड़ एकत्रित हुई, साथ ही सैकड़ो वाहनों से भक्त शारदा नदी के तट पर पहुंचे। बिजुआ चौकी इंचार्ज सुनीत कुमार मय फोर्स सुबह ही दंबलटाण्डा के किनारे नदी तट पर नाव पर सवार होकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा करते रहे तथा शरारती लोगों पर अपनी नजर बनाए रखें। इस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच माता दुर्गा के भक्तों ने धूमधाम से भक्ति गानों पर नाचते हुए दर्जनों गांवों के लोग मां शारदा नदी पर पहुंच कर मूर्ति विसर्जन किया।