संवेदनहीन चिकित्सा विभाग – डीएम के आदेशों के बावजूद सीएमओ ने नही बनाया पोस्टमार्टम हेतु पैनल
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। सिस्टम ने एक लड़की की मौत को मजाक बना दिया। एक दिन पहले लड़की की नग्न लाश एनएच 24 के पास मिली थी। मंगलवार सुबह मिली लाश का पोस्टमार्टम बुधवार दोपहर 11 बजे शुरू हो सका। रात भर मां-बाप लड़की की लाश लेकर पोस्टमार्टम हाउस पर बैठे रहे। डीएम के आदेश के बाद भी सीएमओ ने डॉक्टरों का पैनल नहीं बनाया। विश्व हिन्दू परिषद के आचार्य संजय मिश्रा ने जब इस बारे में अफसरों से बात की तो लड़की का पोस्टमार्टम शुरू हुआ।
नेशनल हाइवे नंबर 24 के चपरतला टोल प्लाजा के पास मंगलवार को एक युवती का शव बरामद हुआ। लड़की के शरीर पर एक भी कपड़े नहीं था। शव बरामदगी की जगह से करीब 50 मीटर दूर उसके कपड़े पड़े पाया गए। युवती की कमर और पैर में रगड़ के निशान हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो मालूम चला कि लड़की सीतापुर जिले के महोली कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली है। उसके पिता भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी मानसिक तौर पर बीमार थी। उसका इलाज भी चल रहा है। दो दिन पहले वह अचानक कहीं गायब हो गई। उसकी गुमशुदगी का मुकदमा महोली थाने में दर्ज है। पुलिस ने दोपहर बाद शव को पीएम के लिए भेज दिया। घरवाले लाश लेकर लखीमपुर आ गए। रात आठ बजे डीएम ने पोस्टमार्टम कराने का आदेश दे दिया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर ही नहीं भेजे