ड्रिलिंग करते समय पहाड़ से गिरकर मजदूर घायल
बिना पुलिस को जानकारी दिए घायल को झाँसी ले गया पहाड़ ठेकेदार
दीपक बाजपेई
महोबा. आज के इस अर्थ युग में इंसानियत भी कहीं न कहीं लुप्त होती जा रही है , बड़े बड़े ठेकेदार जिस मजदूर के पसीने से खुद लाखों करोड़ों कमाते हैं लेकिन जब उसकी जिंदगी पर आती है तो उसकी जान की परवाह छोड़ खुद को बचाने की जुगत में लग जाते हैं |
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र के रैपुरा खुर्द का निवासी संतराम पुत्र रामसेवक अपने घर की रोजी रोटी चलाने के लिए रैपुरा के पहाड़ में काम करता था | जहाँ होल करते समय पहाड़ से नीचे गिर गया और गम्भीर रूप से घायल हो गया , हादसे की जानकारी मिलते ही पहाड़ मालिक अपने लोगों के साथ आनन फानन में घायल मजदूर को प्राइवेट एम्बुलेंस से झाँसी ले गया , और सभी लोग वहाँ भर्ती कराने के बाद छोड़कर भाग आये |
सूत्रों से मिली जानकर के अनुसार हादसे के बाद न तो पुलिस को सूचना दी गई और न ही 108 एम्बुलेंस बुलाई गई , अंधेर तो यह है जिला अस्पताल जाए बिना घायल को अस्पताल से रिफर कैसे कर दिया गया..? सूत्रों की मानें तो गुलाबी कागजों के दम पर ही यह सारा खेल किया गया, और सब कुछ होने के बाद ही पुलिस को जानकारी दी गई| वहीं दूसरी ओर पहाड़ मालिक व उसके गुर्गे जिंदगी और मौत से जूझ रहे मजदूर को हॉस्पिटल में छोड़कर वापस आ गए| शर्म की बात यह है कि कल तक जिस मजदूर के पसीने पर लाखों कमा रहे थे आज उसी मजदूर की कोई सुध लेने वाला भी नहीं है |