अमृतसर हादसे से रेलवे ने लिया सबक, रेल प्रशासन सतर्क
कमलेश कुमार
अदरी(मऊ). दशहरा के दिन अमृतसर हादसे को देखते ही अब इंदारा रेलवे के सटे किया गया मेला का आयोजन को देखते हुए रेल प्रशासन काफी सक्रिय दिख रहा है। रेल प्रशासन ने चालक, गार्ड और गेटमैन को इस संबंध में विशेष निर्देश दिए हैं। इसके अलावा रेलवे लाइन के किनारे भीड़ को देखकर चालक ट्रेन रोक देगा। रेलवे प्रशासन बरत रहा सतर्कता।
रावण दहन के समय अमृतसर में हुए रेल दुर्घटना के बाद रेल प्रशासन काफी सतर्कता बरत रहा है। इंदारा में बुधवार को चल रहा मेले के दौरान रेल प्रशासन ने सुबह से ही सतर्क हो गए। जब की आरपीएफ व जीआरपी के जवानो ने स्टेशन परिसर से दुकान लगाने से मना कर दिया। मेले के दौरान काफी संख्या में ग्रामीण रेलवे ट्रेक पार कर आते जाते है। इसको देखते हुए स्टेशन अधीक्षक प्रभारी मुरली मनोहर सिंह ने बुधवार की सुबह से ही इस रेल मार्ग से गुजरने वाली ट्रेनों को काशन पर चलाया। और कहा कि ऊपर से रेल प्रशासन ने सभी चालक, सहायक चालक और गार्ड को निर्देश दिए हैं कि त्योहार के समय रेल लाइन के आसपास भीड़ दिखाई दे या दूर से रेलवे लाइन पर भीड़ आती दिखाई दे तो लगातार हॉर्न बजाएं और ट्रेन की गति कम कर दें।
रेलवे लाइन से भीड़ न हटने पर ट्रेन रोककर रेलवे स्टेशन मास्टर को सूचना दें। गेटमैन व गैंगमैन भी भीड़ या मेला दिखाई देने पर तत्काल स्टेशन मास्टर को सूचना दें। स्टेशन मास्टर सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम, आरपीएफ व स्थानीय पुलिस को जानकारी दें। इंदारा में हर साल मेला मैदान में लगाया जाता है मेला । हजारो की भीड़ होती है। मेले में काफी संख्या में लोग रेल लाइन को पार कर आना जाना करते है। स्टेशन के आने जाने वाली जगहों पर आरपीएफ के जवान मुस्तैद है। ताकि कोई घटना होने से बचाया जा सके। इसमें आईपीएफ मऊ डीके राय, चौकी प्रभारी सुधीर राय, राजेश राय, अवधविहारी यादव, रत्नाकर राय आदि लोग जमे रहे।