राष्ट्र कल्याण राष्ट्रीय एकता तथा समाज में भाई चारा पैदा करता
कमलेश कुमार
अदरी (मऊ). श्रीमद्भागवत कथा एव हनुमत महायज्ञ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समारोह वैदिक मंत्रोच्चार एव यज्ञ मे पंचाग पूजन एव मंडप प्रवेश परिक्रमा के साथ जमालपुर बुलन्द, बजरंग बली पोखरा पर शुरू हूआ। बाहर से आये संत महात्माओं ने यज्ञ कर्मकांड के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण के निमित्व यज्ञ की उपयोगिता को बताया।हनुमत महायज्ञ प्राण प्रतिष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन यज्ञ स्थल पर प्रवचन करते हुए तीर्थ राज प्रयाग से पधारे मंहथ देवाचार्य जी ने कहा कि यज्ञ का मूल उद्देश्य विश्व कल्याण, आतम कल्याण, राष्ट्र कल्याण राष्ट्रीय एकता तथा समाज में भाई चारा पैदा करता है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक चेतना व सृजन मे यज्ञ महात्म्य के ऊपर विस्तार से चर्चा की।तथा युवाओं का आवाह्न किया कि वे राष्ट्र निर्माण मे अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बारे मे विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराई। इस अवसर पर सभी वेदियों का आवाह्न एवं पूजन अवध धाम से आये आचार्य चन्द्र मणि जी, त्रटितवलाल दुवे, सचिदानंद मिश्र, विपिन्न तिवारी, पवन पाण्डेय ने किया। इस मौके पर रामपरीखा यादव, जवाहर गोड रामदीन साहनी, सुखराज राजभर, अनिल, विन्देश्वरी, नरायन, रामअवतार, शकर, हीरामन, उमाकांत, सुनिल, रामाऋय, जितेन्द्र, योगेन्द्र, उर्मिला साहनी, सुमित्रा साहनी, शाती देवी, राधिका देवी आदि सैकड़ों महिला पुरूषों मौजूद रहे।