विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के अंतर्गत आयोजित हुई कार्यशाला
फारुख हुसैन
मितौली खीरी। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर विश्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मानाया गया। जिसके अंतर्गत मंगलवार को सीएचसी मितौली में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सीएससी अधीक्षक द्वारा मानसिक रोगों से जुड़ी जानकारी आशा व एएनएम को दी गई। साथ ही यह निर्देश भी दिया गया कि यह जानकारी वह अपने क्षेत्र के लोगों तक पहुंचाएं।
कार्यशाला में जानकारी देते हुए सीएचसी प्रभारी डॉ एएन चौहान ने बताया कि 10 अक्टूबर को पूरा देश विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाएगा। सीएमओ मनोज अग्रवाल के आदेश पर सीएससी मितौली में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन पूरे सप्ताह किया जाना है। इसी के अंतर्गत इस कार्यशाला का आयोजन हो रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मानसिक बीमारियों का इलाज आज पूरी तरह संभव है। जरूरत है कि मरीज चिकित्सकों के पास पहुंचकर अपना इलाज कराएं। झाड़-फूंक से बचें। मानसिक बीमारियों से कोई भी प्रभावित हो सकता है। बस जरूरत होती है उसका सही समय पर सही इलाज हो। इस मौके पर डॉक्टर शाईका ने भी आशा व एएनएम को मानसिक बीमारियों से जुड़ी जानकारी दी उन्होंने कहा कि अधिकतर महिलाएं अपने दिल की बात नहीं कह पाती हैं और इस कारण वह बेहद तनाव में रहती हैं।
यह तनाव भी मानसिक बीमारी का कारण बनता है। मानसिक बीमारियों से बचने के लिए जरूरत है। हर व्यक्ति तनाव मुक्त रहें। इस मौके पर काउंसलर देवनंदन श्रीवास्तव ने अपने कहा कि मानसिक बीमारियों से बचने के लिए हर व्यक्ति को व्यायाम और योग का सहारा लेना चाहिए। सुबह टहलना बेहद लाभदायक है। अच्छी नींद लेकर मानसिक बीमारियों से बचा जा सकता है। साथ ही लोगों को नशीले पदार्थ के सेवन से बचना चाहिए। पान, पुड़िया, बीड़ी, सिगरेट सहित शराब आदि का सेवन मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालता है। इस कार्यशाला में डॉ शोयब बीपीएम मोहम्मद तैय्यब, बीसीपीएम अरविंद कुमार, लैब टेक्नीशियन सरोज कुमार सहित श्याम श्रीवास्तव व अभिषेक मिश्रा आदि स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।