निरीक्षण में गंदा मिला शौचालय, पेयजल की भी समस्या
इससे पहले निरीक्षण में सीएचसी जिले में पहले स्थान पर थी
फारुख हुसैन
पलिया कलां (लखीमपुर) : लखनऊ से आई टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। अलग-अलग बिंदुओं पर हुई जांच में सीएचसी अधिकांश में फेल हो गई। हालांकि तीन माह बाद अंतिम निरीक्षण भी होना है। तब तक के लिए संबंधित को दिशा निर्देश देकर टीम वापस हो गई। लखनऊ से आई क्वालिटी एसोरेन्स टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। टीम को निरीक्षण में यहां सफाई व्यवस्था बदहाल मिली। कुल 122 बिंदुओं की जांच में सीएचसी अधिकांश में फेल ही पाई गई।
यहां पेयजल की बेहतर व्यवस्था नही मिली। बच्चों का वार्ड अस्त व्यस्त मिला, ऐसा तब जबकि वर्तमान अधीक्षक स्वयं बाल रोग विशेषज्ञ है। टीम ने निर्देश दिए हैं कि इन कमियों को दूर किया जाए। महिला वार्ड में हर दिन अलग अलग रंग की साफ चादर बिछाने को कहा गया साथ ही प्रतिदिन सफाई की नसीहत भी दी। निरीक्षण में जिस तरह से अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं खराब हालत में मिली उससे यहां के जिम्मेदारों में सवाल खड़े होते हैं। वहीं सफाई, पेयजल, गन्दगी रहित वार्ड होना सामान्य सी बात है।
लेकिन निरीक्षण में सब कुछ गड़बड़ ही मिला। इससे पहले तत्कालीन अधीक्षक जितेंद्र कुमार के समय कायाकल्प योजना के तहत विभिन्न बिंदुओं पर पलिया सरकारी अस्पताल को कुल 66.7 नम्बर मिले थे और इस तरह से सीएचसी जिले में पहले स्थान पर आई थी। लेकिन कुछ महीनों बाद आज के निरीक्षण में सीएचसी पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इधर निरीक्षण के बाद सीएचसी स्तर से मीडिया को कोई भनक नहीं लगने दी गई, यहां तक कि निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने अपने फोन भी बंद कर लिए। सीएचसी अधीक्षक एसके चौधरी ने बताया कि सामान्य निरीक्षण था, टीम ने दिशा निर्देश दिए हैं।