सीबीआई राफेल डील की जाँच करने वाली थी इसीलिये चौकीदार ने आलोक वर्मा को हटाया – राहुल गाँधी
अब्दुल रज्जाक
डेस्क. (जयपुर).राफेल डील पर भाजपा जहा शांत मुद्रा में बैठी है।वही विपक्ष लगातार हमलावर होता जा रहा है। इसी तरह अब सीबीआई स्थानांतरण प्रकरण में विपक्ष एक बार फिर सरकार पर हमलावर हो गया है। विपक्ष का कहना है कि राफेल की जाँच से बचने के लिये मोदी सरकार ने ये सभी स्थानांतरण किये है। इन स्थानांतरण पर पूरा विपक्ष एक सुर में भाजपा सरकार पर हमलावर है। वही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोदी सरकार को एक बार फिर निशाने पर लिया है और कहा है कि सीबीआई राफेल डील पर जाँच न करे इसी वजह से चौकीदार ने सीबीआई में ये बदलाव किये है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि, सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा राफेल घोटाले के कागजात इकट्ठा कर रहे थे। इसलिए उन्हें जबरदस्ती छुट्टी पर भेजा गया है। राहुल ने एक ट्वीट कर कहा, ”प्रधानमंत्री का मैसेज एकदम साफ है जो भी राफेल के इर्द गिर्द आएगा- हटा दिया जाएगा, मिटा दिया जाएगा। देश और संविधान खतरे में हैं.”राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए झालवाड़ पहुंचे।राहुल ने कहा कि कल रात चौकीदार ने सीबीआई के डायरेक्टर को हटाया क्योंकि सीबीआई राफेल पर सवाल उठा रही थी।”
मालूम हो कि राहुल पीएम मोदी को देश का चौकीदार कहते हैं। राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि ”मोदी जी 35,000 करोड़ रुपये वाले मनरेगा को गड्ढा खोदना कहते हैं, लेकिन नीरव भाई, मेहुल भाई 35000 करोड़ रुपये लेकर भागता है और मेहुल चोकसी अरुण जेटली की बेटी को आईसीआईसीआई बैंक खाते में पैसा देता है।
बताते चले कि राहुल गांधी राफेल को लेकर लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका दावा है कि राफेल डील में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। अनिल अंबानी की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए डील के नियमों में फेरबदल किये गए। सरकारी कंपनी एचएएल को दरकिनार किया गया। कांग्रेस ने इसके पहले भी राफेल डील की जांच के लिए जांच एजेंसियों से अपील की है। वहीं सरकार का कहना है कि राफेल डील में किसी भी प्रकार कि गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं है. आरोप बेबुनियाद हैं।
उधर आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने को लेकर इसी तरह की आशंका जताते हुए कहा कि वह राफेल सौदे की जांच करने वाले थे इसलिए उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया। वही दूसरी तरफ भाजपा को पार्टी के भीतर उठे विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है और हमेशा सरकार के पाले में खड़े रहने वाले सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है।