रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला जहा उजाला बिखेर रही है ‘रोशनी’ की दूसरी पीढी
अनुपम राज
वाराणसी : रामनगर की रामलीला विश्व प्रसिद्ध है. जानते है इस विश्व प्रसिद्ध रामलीला में संवाद के दौरान किसी भी तरह का कोई भी ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग नहीं होता है। वहीं रामलीला में रोशनी बिखेरने के लिए आज भी यहां मशालें और पेट्रोमेक्स का ही प्रयोग होता है। विज्ञान के इस युग में जहां बिजली के लिए जेनरेटर, इन्वर्टर, सोलर पैनल का उपयोग हम अपनी सुविधा के लिए कर रहे हैं वहीं रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला में लीला स्थल पर प्रकाश के लिए रोशनी की दूसरी पीढी को देखकर मन रोमांचित हो उठता है।
रामलीला के दर्शक जिन्हें नेमी कहा जाता है उनका लिबास, अध्यात्मिक मिजाज और हर हाथो में श्रीरामचरित मानस की गुटका के संवाद के साथ फडफडाने की आवाज भी वातावरण में श्रीराम नाम की ही बयार बहाने की होंड में शामिल दिखता है। आज रामनगर की रामलीला का मंचन अयोध्या में हो रहा था, आज का प्रसंग श्रीराम के वन गमन का था। इस प्रसंग को देखकर मन भावविभोर हो गया।