परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से आठ में छह मामलों का हुआ निस्तारण
संजय ठाकुर
मऊ। परिवार परामर्श केंद्र की बैठक रविवार को पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह के निर्देशन में पुलिस लाइन स्थित महिला थाना में हुई। इसमें कुल आठ पारिवारिक मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से छह मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें तीन दंपति ने अपना- अपना मतभेद भुलाकर साथ- साथ रहने को तैयार हो गए। जिससे छह परिवारों के बीच टूट की कगार पर पहुंच चुके रिश्ते जुड जाने से उनकी खुशियां फिर से लौट आई। शेष मामलों में बैठक की अगली तिथि दो दिसंबर 2018 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजेे जाने का निर्देश दिया गया।
परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से सलमा खातून और सईद अहमद, अनिता और रामसोहित तथा नीलम और संतोष ने अपना मतभेद भुलाकर साथ- साथ रहने को तैयार हो गए। वही अफरोज और अब्दुल मन्नान का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के चलते तथा जाकेरा खातून और डाक्टर जावेद मन्नान तथा अभिषेक और संगीता के मामले में सुलह न हो पाने के चलते पत्रावली निस्तारित कर दी गई। इस दौरान इमराना और सलमान के मामले में एक पक्षकार उपस्थित हुआ तथा फातमा और सुफियान के मामले में कोई पक्षकार हाजिर नहीं हुआ। जिसके चलते बैठक की अगली तिथि दो दिसंबर 2018 की तिथि नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
इस दौरान परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यगण सर्वेश दूबे, अर्चना उपाध्याय, विनोद कुमार सिंह, रत्नेश पांडेय, इब्राहिम सेवक, एम ए खान, निरीक्षक अनिता सिंह,महिला दरोगा कंचन मौर्य, दीवान चंदा सिंह, आरक्षी प्रियंका सिंह और पुष्पा गुप्ता, गीता देवी ने अपना योगदान दिया। बैठक में काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।