यूनिवर्सिटी कालेज सोसायटी इलाहाबाद के नाम से हुआ करोड़ों का घोटाला, मुकदमा दर्ज
आफताब फारुकी
प्रयागराज। कर्नलगंज थाने में बिलियम हाॅलैण्ड यूनिवर्सिटी कालेज सोसायटी इलाहाबाद के नाम हुए करोड़ों के घोटाला का मुकदमा सोमवार की रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी के निर्देश पर दर्ज किया गया। आरटीआई के माध्यम से उजागर हुए इस घोटाले के सम्बन्ध में काशी प्रान्त भाजयुमों के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डाॅ.श्याम प्रकाश द्विवेदी की तहरीर पर दर्ज किया गया।
करोड़ो के हुए घोटाला मामले में पी.सी. सिंह, जनरल सैके्रटरी एलवान मसीह, पीटर बलदेव, मर्विन मैसी, अशोक प्रकाश, आईवन मैसी, राजेश जोजफ, अशोक मसीह एवं अन्य अज्ञात पर आरोपी है। थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि उक्त लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके विलियम हाॅलैण्ड युनिवर्सिटी कालेज सोसायटी इलाहाबाद (हालौण्ड हाल छात्रावास) के जरिए सोसायटी के फर्जी रूप से पदाधिकारी बन करके इलाहाबाद विश्वविद्यालय से फन्ड लेकर करोड़ा का गमन किया।
तहरीर में बताया गया है कि वर्ष 1925 में कमीशन आॅफ एक्यूमिनल मिशन एण्ड रिलेशन आॅफ दि यूनाइटेड प्रेसबेटेरियन चर्च इन दि यूनाइटेड स्टेट आॅफ अमेरिका चर्च ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सामने 23 बीघा 12 जमीन खरीद कर विलिमय हाॅलैण्ड युनिवर्सिटी कालेज बनाया जो बाद में हालैण्ड हाल छात्रावास में तब्दील हो गया। उक्त सोसायटी के सभी पदाधिकारियों की धीरे-धीरे मृत्यु हो गई और उक्त संस्था चिट फण्ड कार्यालय इलाहाबाद से निमित रूप से नवीनी करण न हो पाने की वजह अपंजीकृत हो गई और वह सूची से बाहर हो गया। जिसके बाद उक्त सभी आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार किया और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक करके पुनः कार्य शुरू कर दिया। जिसके बाद भ्रष्टाचार का खेल होता रहा। उक्त मामले का खुलासा एक आरटीआई के तहत जब चीटफण्ड कार्यालय इलाहाबाद ने जानकारी एवं साक्ष्य उपलब्ध कराया तो करोड़ा का घोटला प्रकाश में आया।
जांच के बाद दर्ज हुआ भ्रष्टाचार व घोटाले का मुकदमा
क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज आलोक मिश्रा ने बताया कि उक्त मामले की शिकायत हुई थी। जिसकी जांच मेरे पास आई और मैने जांच किया। जांच में घोटाले के सम्बन्ध में साक्ष्य पाये गये और इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों को जांच की आख्या मैने भेजा। जिसके बाद इस सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज करने का आदेश हुआ है। मुकदमा दर्ज होने के बाद कार्यवाई के लिए कर्नलगंज इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी दी गई है।