नारा ए तकबीर, नारा ए रेसालत से गूंजा प्रयागराज
तारिक खान
प्रयागराज- हबीबे खुदा हज़रत मोहम्मदे मुस्तफा (स०अ०व०)की यौमे पैदाईश की शब मे मुस्लिम ईलाक़ा रंगीन झालरों और क़ुम क़ुमों से सजा कर आमदे रसूल में महक उठा।हर तरफ रुहानी खुशबू की महक और नात शरीफ से जश्न मे डूबे रहे।
सब्ज़ी मण्डी,सेंवई मण्डी,नखास कोहना,रानी मण्डी,दरियाबाद,अटाला रसूलपुर,तुलसीपुर,समदाबाद, बैदन टोला,बख्शी बाज़ार अकबरपुर,करैली,मिन्हाजपुर, हटीया,बहादुरगंज,रौशनबाग़ आदि मुस्लिम क्षेत्रों से जुलूसे मोहम्मदी निकाले गए जो अपने परम्परागत मार्गों से होते हुए दायरा शाह अजमल से हो कर अपने गन्तव्य को रवाना हुए।मस्जिदों खानक़ाहों और इबादतखानों मे आमदे रसूल के जश्न की महफिल सजी जहां ओलमाओं ने पैग़म्बरे इसलाम की यौमे पैदाइश पर तफसीली तक़रीर की वहीं नात ख्वानों ने एक से बढ कर एक नात शरीफ पढ़ कर माहौल को खुशनूमा बना दिया।
जश्ने रसूले अकरम मे जुलूसों के साथ काबा,मदीना ए मुनव्वरा,गुम्बदे खिज़रा,मस्जिदे अक़्सा की हूबहू नक़्ल की गई झाकीयाँ भी साथ साथ शामिल रहीं जिसे रंग बिरंगी लाईटों से सजाया गया था।शहर के दर्जनो जगहों पर विभिन्न अन्जुमनों व तनज़ीमों की ओर से आकर्षक मंच सजा कर नात ख्वानो का जहां इस्तेक़बाल किया गया वहीं बेहतरीन नात और आकर्षक झांकीयों को पुरिस्कृत भी किया गया।
जुलूसे मोहम्मदी मे उम्मुल बनीन सोसाईटी,अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया,मोहम्मदी कमेटी,दायरा शाह अजमल रौशनी कमेटी,आशिक़ाने रसूल कमेटी के लोग जुलूस को सम्पन्न कराने मे सहयोग करते रहे।जुलूस मे शाहिद खान,ग़ुफरान खान,आबिद नीयाज़ी,सै०मो०अस्करी,वज़ीर खाँ,अनीस अहमद पार्षद,रमीज़ असन पार्षद,अमन खान,आमिर खान,ज़फरुल हसन,अज़ादार हुसैन,इब्ने हसन आदि शामिल थे
तारिक़ खान