असंख्य दीपों व झालरों से इठला उठी धरती,जारी रहा देर रात तक पटाखे फोड़ने का सिलसिला
प्रदीप दुबे “विक्की”
ज्ञानपुर(भदोही) ज्योति पर्व दीपावली बुधवार को पूरे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई ।रंग-बिरंगे विद्युत झालरों से की गई आकर्षक व मनमोहक सजावट के बीच दीप व मोमबत्तियों की झिलमिलात रोशनी । शाम ढलते ही घर ,मकान, प्रतिष्ठान व दुकानों से लेकर खेत-खलिहानो तक एक साथ जले असंख्य दीपों से धरा की छठा निखर उठी । अपने आंचल में एक साथ जले असंख्य दीपों से धरती इठला उठी। तो धरा के इस अनुपम अलौकिक आदित्य स्वरूप को देख आसमां भी संकुचा उठा।
अमावस की रात जमीं पर उतरे सितारों के आगे आसमां के तारों को अपनी चमक फीकी नजर आने लगी। ऐसा लगा मानो आसमान के तारे भी जमीन की और अपलक निहार ने को विवश हो उठे । मौका था बुधवार को मनाए गए ज्योति पर्व दीपावली का। पर्व को लेकर उत्साह का आलम रहा की युवा बच्चों से लेकर महिलाएं-पुरुष पूरी रात पर्व के रंग से सराबोर नजर आए। आतिशबाजी से लेकर नाच गाने तक का आयोजन पूरी रात धमाल मचाए रखा । वैसे पर्व पर की गई विद्युत झालरों की सजावट दूसरे दिन भी घरों, मकानों पर कायम रही।
आलम रहा कि रंग-बिरंगे विद्युत झालरों से लेकर दीपों की रोशनी से की गई आकर्षक व मनमोहक सजावट से शाम ढलते ही घर, मकान, प्रतिष्ठान व दुकानों से लेकर खेत खलिहान एवं ग्रामीण इलाके दमक उठे थे । चाहे वह जिला मुख्यालय नगर ज्ञानपुर रहा हो या फिर गोपीगंज घोसियां,खमरिया हो या फिरजंगीगंज ,ऊंज, माधोसिंह, बाबूसराय चौरीबाजार, मोढ़, सुरियांवा आदि बाजार अथवा ग्रामीण क्षेत्र शाम ढलते ही लोग दीप, मोमबत्तियों के साथ विद्युत झालरों से घर, मकानों को सजाया तो मानो धरा का नजारा ही बदल गया।भगवान गणेश और मातालक्ष्मी का विधिपूर्वक पूजन किया गया। आतिशबाजी व पटाखे फोड़ने का सिलसिला पूरी रात तक जारी रहा। उधर पर्व को यादगार बनाने के लिए लोगों ने जगह-जगह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भजन कीर्तन का भी आयोजन किया। वहीं महिलाएं घरों में लाजवाब व्यंजन तैयार करने के उपरांत जमकर पटाखे और आतिशबाजी करने में जुट गईं।