सुशासन बाबु इस मवेशी अस्पताल का कल्याण कब होगा ?
नीतीश सिंह कुशवाहा
बिहार। मधुबनी. जहाँ एक तरफ मौजूदा सरकार की नकाम्यबियाँ सामने आ रही उससे लगता हैं ही मौजूदा सरकार सिर्फ इलेक्शन के समय वोट मांगने के लिए जगती हैं। उसके बाद उनके राज्य में क्या हो रहा हैं उससे वो अपनी आँखें मूंदें हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया हैं, मधुबनी जिला के हरलाखी प्रखंड स्थित फुलहर ,गंगौर पंचायत के कमतौल ग्राम में विगत 5 वर्ष पहले से ही बिहार सरकार के मवेशी अस्पताल का पूर्ण रूप से निर्माण कार्य सफल हो गया. परंतु इन 5 वर्षों में ना तो अस्पताल में एक डॉक्टर आया यहां तक की कंपाउंडर तक नहीं आया और एक स्टाफ कभी-कभार आते हैं जिनसे यहां के आम लोग दवा लेने जाते है तो सही समय पर दवा नहीं मिलता हैं। उन्होंने देने से भी इनकार करते हैं और वह स्टाफ भी सप्ताह के एक ही दिन आते हैं आज हमने जब उनका निरीक्षण किया तो उस अस्पताल में ताले जड़े पड़े हैं और ये अस्पताल अब जंगल हो गए हैं। साथ ही अब इस अस्पताल में पुराने भवनों की तरह इसमे तो सांप किड़ो ने अपने रहने के लिए बसेरा बना लिया हैं।
बिहार सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूर्ण रूप से असफल दिख रहा है , फिर वो बात सही साबित होती हैं कि बिहार में हमेसा जंगल राज रहा हैं क्युकी यहाँ नेता और मौजूदा सरकार केवल अपने और अपनी पार्टी के बारे में , जब मनुष्यों के अस्पतालों में इसे बुरी हालत हो रही हैं ये तो फिर मवेशियों का अस्पतला हैं । जब सरकार ही सोती रहेगी तो वहाँ के आला अधिकारी तो इसी तरह मौज करते रहंगे।