जे.एच.वी. माल गोली कांड – एक हिरासत में, गर्लफ्रेंड की बहन के खातिर हुआ था विवाद
तारिक आज़मी
वाराणसी के कैंट थानाक्षेत्र के कैंटोमेंट एरिया में स्थित जे.एच. वी. माल में दिनांक 31-10-2018 को दोपहर में आलोक उपाध्याय व उसके साथियों द्वारा अंधाधुध फायरिंग कर चार लोगों को घायल कर दिया गया था जिसमें ईलाज के दौरान दो व्यक्तियों की मौत हो गई तथा दो अन्य का ईलाज चल रहा है जिसकें संबन्ध में थाना कैंट में मु.अ.सं.-1206/18 धारा-307/302/34 भादवि, 7 सी.एल.ए. एक्ट व 3(2)(v) एस.सी./एस.टी.एक्ट पंजीकृत हुआ।
उक्त सनसनीखेज घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर व पुलिस अधीक्षक अपराध के नेतृत्व में उक्त घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु क्राइम ब्रान्च सहित 12 टीमों का गठन किया गया था । उक्त सनसनीखेज घटना की गंभीरता को दृष्टिगत गठित टीमें बिहार, चंदौली सहित वाराणसी के विभिन्न स्थानों पर दबिश हेतु रवाना किया गया था आज दिनांक 02-11-2018 को उनमें से एक टीम क्राइम ब्रान्च व कैंट थाना को घटना में शामिल एक नफर अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दिये गये निर्देशों के क्रम में प्रभारी क्राइम ब्रान्च विक्रम सिंह व उनकी टीम तथा प्रभारी निरीक्षक थाना कैंट मय फोर्स उक्त सनसनीखेज घटना में शामिल अभियुक्तों के पतारशी-सुरागरशी व गिरफ्तारी हेतु आशापुर चौराहे पर मौजुद थे कि मुखबिर खास ने क्राइम ब्रान्च प्रभारी विक्रम सिंह को बताया कि साहब जे.एच. वी माल में जो बदमाश गोली मार कर हत्या कर दिये थे उनमें से एक बदमाश तिब्बती संस्थान सारनाथ के पास किसी मित्र के आने का इंतजार कर रहा है यदि जल्दी किया जाए तो पकड़ा जा सकता है । इस सूचना पर विश्वास कर मय मुखबिर हम पुलिस बल तिब्बती संस्थान ओर बढ़े और मुखबिर के इशारे पर आवश्यक बल प्रयोग कर पकड़ लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त ने अपना नाम रोहित सिंह बताया।
पूछताछ के क्रम में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय से पढ़ाई के उपरान्त जे.एच.वी. माल में फ्लाइंग मशीन के शोरूम में सेल्समैन के पद पर कार्य करता है। गिरफ्तार अभियुक्त की आलोक उपाध्याय के साथ विद्यापीठ में पढ़ने के दौरान दोस्ती हो गई। वह और आलोक निराला नगर में किराया पर एक रूम लेकर साथ रहते है। आलोक की गर्लफ्रेंन्ड की छोटी बहन भी जे.एच.वी. माल के प्यूमा शोरूम में सेल्समैन थी जिसको वही का सेल्समैन प्रशान्त परेशान करता था। जब आलोक ने प्रशान्त को डराया धमकाया तो प्रशान्त ने आलोक के गर्लफ्रेंन्ड की बहन को नौकरी से निकलवा दिया था और प्रशान्त ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर नदेसर पर आलोक को मारा-पीटा भी था। आलोक ने यह बात अपने साथीयो को बताई यही नही आलोक की गर्लफ्रेंड ने भी आलोक को बहुत धिक्कारा था। सबने मिलकर तब प्रशान्त को सबक सिखाने की योजना बनाई थी। योजना के मुताबिक सभी 31-10-2018 को प्रशान्त को माल के बाहर बुलाकर मारना चाहते थे, प्रशान्त को बातों में उलझाकर बाहर ले जाने की जिम्मेदारी गिरफ्तार अभियुक्त की थी योजना के मुताबिक वह बिना चेकिंग इन लोगों को माल के अंदर ले गया लेकिन प्रशान्त को बहुत देर तक माल के अंदर खोजने के बाद भी वह नही मिला। आलोक, ऋषभ व कुंदन शोरूम में प्रशान्त को न मिलने पर वहां मौजुद सेल्समैनों को धमकी देकर बाहर आने लगे कि शोरूम के कर्मचारियों द्वारा आलोक को पकड़ लिया गया और मार-पीट की जाने लगी और उसकी पिस्टल छीनने लगे कि अपने मित्र को घिरा देख कुंदन व ऋषभ अपने पास लिए पिस्टलों से फायरिंग शुरू कर दिये वहां अफरा-तफरी मच गई थी और सभी वहां से भाग लिये। गिरफ्तार अभियुक्त इस लिए बनारस में था कि जान सके पुलिस क्या कर रही है, इसकी सूचना देने के लिए वह सारनाथ अपने दोस्त के यहां रूका था और आज बिहार भागने के फिराक था कि पकड़ा गया।
नाम पता अभियुक्तगणः-
- रोहित सिंह पुत्र अरविन्द सिंह निवासी ग्राम कबार थाना भभुआ जनपद कैमुर बिहार , हालपता- निराला नगर थाना सिगरा, वाराणसी ।
फरार अभियुक्तगणः-
- आलोक उपाध्याय पुत्र अवधेश उपाध्याय निवासी ग्राम फुलवरिया थाना बलुआ चंदौली ।
- ऋषभ सिंह उर्फ रिशू आरा बिहार ।
- कुन्दन सिंह आरा बिहार ।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में क्राइम ब्रान्च, वाराणसी के उ. नि. विक्रम सिंह (प्रभारी क्राइम ब्रान्च)
उ.नि. अमित मिश्रा, हे.का. सुमन्त सिंह, हे.का. रामभवन यादव, हे.का. सुरेन्द्र मौर्य, हे.का. घनश्याम वर्मा, हे. का. श्याम लाल गुप्ता, का. रामबाबू, का. चन्द्रसेन सिंह, का. कुलदीप सिंह, का. संतोष पासवान, का.चा. सुनील राय तथा थाना कैंट, वाराणसी से प्र. नि. विनोद कुमार राय, उ.नि. अशोक कुमार, हे. का. धर्मदेव चौहान, का. संतोष शाह, का. रामानन्द यादव, का. विकाश कुमार, का. अतिउल्ला खां, का. चालक अमरनाथ यादव सम्मिलित थे।