हिजाब (नक़ाब) बना महिला टीचर के इस्तीफे का कारण
शाहरुख़ खान
लखनऊ. राजधानी लखनऊ में आज एक घटना घटित ही जिसके कारण मुस्लिम समाज में उनके सिद्धान्तों पर उंगली उठाई गई। ये मामला हैं एक स्कूल का वैसे तो प्राइवेट स्कूलों की दबंगई रुकने का नाम नहीं ले रही है। अभी तक बच्चों की ही घटनाएं सामने आती थी। लेकिन अब लखनऊ के एक प्राइवेट स्कूल ने महिला टीचर से सिर्फ इसलिए इस्तीफा ले लिया क्योंकि उसने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया था ।
मुस्लिम महिला टीचर फातिमा हसन एसएमएस स्कूल में एक साल से पढ़ा रही थी । टीचर ने बताया कि प्रिंसिपल ने उन्हें हिजाब हटाने के लिए कहा तथा ये भी कहा कि उनके स्कूल को जो नुकसान हो रहा है उसका प्रमुख कारण हिजाब ही है। महिला टीचर ने यह भी बताया कि प्रिंसिपल ने शर्त रखी कि वह बिना सर ढंके पढाएं, नहीं तो इस्तीफा दे दें। जिसके कारण महिला टीचर ने इस्तीफा दे दिया।
वहीं उस स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि महिला टीचर जब वह पढ़ाती थीं तो टेस्ट में कम नंबर आने पर वे बच्चों दंडित करती थीं। जब उन्होंने यह सीसीटीवी के माध्यम से देखा तो उन्होंने महिला टीचर पर कार्रवाई की, यह पूरी घटना ठाकुरगंज के तहसीनगंज की है। वहीं दूसरी ओर इस घटना पर मुस्लिम धर्मगुरु ने एतराज़ जताते हुए कहा कि अगर यह घटना सही है तो इससे न केवल शहर की बल्कि मुल्क की गंगा जमनी तहज़ीब पर हमला माना जाएगा, मुफ़्ती अबुल इरफान ने कहा कि इस्लाम मे औरतों का हिजाब करना शरीयत का हिस्सा बताया है जिसपर सीधे सीधे यह हमला है और ऐसा फरमान निंदनीय है।
इस घटना से ये प्रमाण मिलता हैं कि आज के समाज में जहाँ लोग एक तरफ ऐसे व्यक्ति मौजूद हैं जो किसी निःस्वारत भाव से एक दूसरे की मदत करने को त्यार हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी भी धर्म के नाम पर समाज और उसमें रहने वाले व्यक्तियों को आपस में बाट रहे है.