चालीस साल पहले हम तीन अरब देशों से जीत गए लेकिन आज हमास से हार गए, इस्राईली सैन्य अधिकारी
आफ़ताब फ़ारूक़ी
ज़ायोनी शासन की सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के मुक़ाबले में इस्राईली सेना की पराजय की बात स्वीकार करते हुए कहा है कि हमने चालीस साल पहले तीन अरब देशों से युद्ध किया और जीत गए लेकिन आज हम हमास से नहीं जीत सकते।
इस्राईली समाचारपत्र मआरियो ने बताया है ज़ायोनी सेना के आरक्षित अधिकारी ब्रिगेडियर ज़ीका फ़ूगल ने, जो पहले दक्षिणी क्षेत्रों में इस्राईली सेना के चीफ़ आॅफ़ स्टाफ़ थे, ज़ायोनी शासन के सैन्य अधिकारियों की कड़ी आलोचना करते हुए उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने राजनैतिक भविष्य के लिए इस्राईल की सुरक्षा का सौदा कर लिया है। फ़ूगल ने कहा है कि ज़ायोनी शासन के राजनैतिक अधिकारी ग़ज़्ज़ा में हमास के मुक़ाबले में इस्राईली सेना की प्रतिरोधक क्षमता के समाप्त होने के लिए ज़िम्मेदार हैं क्योंकि उनके लिए कुर्सी और राजनैतिक पद, इस्राईल की सुरक्षा से अधिक अहम है।
इस्राईल के इस सैन्य अधिकारी ने कहा कि ज़ायोनी शासन के साथ हालिया टकराव में हमास ने जिस प्रतिरोध का प्रदर्शन किया वह इस्राईल के प्रतिरोध से कहीं बेहतर था क्योंकि हमने चालीस साल पहले तीन अरब देशों से युद्ध किया और जीत गए लेकिन आज हम हमास से नहीं जीत सकते। ज़ीका फ़ूगल ने कहा कि इस समय ज़ायोनी शासन अपनी सुरक्षा के सबसे बुरे चरण में है। उन्होंने कहा कि ग़ज़्ज़ा में चार दिन तक चलने वाली झड़प में हम सबसे कमज़ोर पोज़ीशन में थे और आॅप्रेशन की दृष्टि से कुछ भी करना हमारे बस में नहीं था बस अंत में रक्षामंत्री ने इस्तीफ़ा दे दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हम सब को सोचना होगा कि हमास को रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए और हम क्या कर सकते हैं।