कानपुर – एक ही सम्प्रदाय के दो वर्गों में जमकर चले ईंट पत्थर, क्षेत्राधिकारी का बेतुका बयान, पुलिस पर एक वर्ग का पक्षपात का आरोप
आदिल अहमद
कानपुर। शहर के रायपुरवा थाना क्षेत्र के देवनगर में एक ही सम्प्रदाय के दो वर्गों में बवाल हो गया और दोनों पक्षों के तरफ से ईंट पत्थरो की एक दुसरे पर बौछार हुई। इस घटना में कई लोगो के घायल होने की सुचना है। जिसमे एक वर्ग की कुछ महिलाये भी शामिल है। वही एक वर्ग का आरोप है कि दुसरे वर्ग ने उनको जाती बोधक गलिया दिया और घर में घुस कर महिलाओ को मारा पीटा मगर पुलिस हमारी रिपोर्ट नही दर्ज कर रही है बल्कि हमारी महिलाओं को उलटे धमकी देकर भगा दिया गया है।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचार के अनुसार देवनगर धर्मशाला के एक तरफ वाल्मीकि बस्ती है और दुसरे तरफ स्वर्ण वर्ग की बस्ती है। इस दौरान आज शाम को दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और बात बढ़ गई। इस कहासुनी में बात मारपीट तक पहुच गई और दोनों पक्षों के तरफ से पथराव हुआ जिसमे बाल्मीकि बस्ती की एक वृद्ध सहित कुछ महिलाये ज़ख़्मी हो गई है। कई गाडियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। मौके पर बवाल की सुचना पर पहुची रायपुरवा पुलिस ने शांति बहाली किया।
घटना में दलित बस्ती के पीडितो द्वारा स्थानीय पुलिस पर बड़ा आरोप लगते हुवे बताया गया कि एक भाजपा नेता के दबाव में पुलिस एकतरफा कार्यवाही कर रही है और उनकी शिकायत नही दर्ज करवाया जा रहा है। वही कुछ महिलाओ ने आरोप लगाते हुवे बताया कि थाने पर जब वह लोग शिकायत दर्ज करवाने पहुची तो पुलिस ने उनको गलिया देकर भगा दिया और उनकी शिकायत दर्ज नही किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस दबाव में काम करते हुवे एकतरफा कार्यवाही कर रही है।
क्षेत्राधिकारी का बेतुका जवाब
इस सम्बन्ध में जब हमने क्षेत्राधिकारी रायपुरवा से घटना के सम्बन्ध में बात करना चाहा तो उन्होंने कोई भी बयान देने से इनकार करते हुवे कहा कि इस प्रकरण में कैसी प्रतिक्रिया देना यह तो केवल नशेबाजी में हुआ बवाल है। अब बात ये नहीं समझ आई कि अगर क्षेत्राधिकारी का बयान सही है और मामला सिर्फ नशेबाजी का है तो फिर क्षेत्राधिकारी को इस मुद्दे पर भी धयान देना चाहिये कि आखिर नशेखोर इतने मजबूत कैसे हो गये कि सिर्फ आपसी बवाल में इस मामले को दो वर्गों का बना कर रख दिया। या फिर कहानी कुछ और ही है।
बहरहाल हालत पूरी तरह से नियंत्रण में है और मामले में पुलिस अपनी नज़र बनाये हुवे है। वही दलित वर्ग में इस बात का आक्रोश भी दिखाई दे रहा है कि उनकी सुनवाई नही हो रही है। मौके पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल मौजूद है और शांति व्यवस्था कायम है। समाचार लिखे जाने तक किसी के तरफ से कोई लिखित शिकायत पुलिस को प्राप्त नही हुई है।