डॉक्टर की लापरवाही से बच्चे को जन्म देने के बाद मां ने छोड़ी दुनिया
फारुख हुसैन
बिजुआ-खीरी। सीएचसी पर मौजूद स्टाप की लापरवाही के चलते मरीजों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसके चलते आये दिन बिजुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अखबारों और चैनलों की सुर्खियों में बना रहता है। आपको बता दे ऐसा ही एक मामला शुक्रवार की रात का है। जहाँ सीएचसी में प्रसव के बाद प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। परंतु मौजूद स्टाप की लापरवाही के कारण प्रसूता को इस दुनिया से जाना पड़ा गया। औऱ प्रसूता की मौत हो गई।
बताते चलें मामला भीरा थाना क्षेत्र के गांव बगिया खेड़ा का है। जहाँ ग्राम पंचायत बगिया खेड़ा निवासी अशोक सिंह अपनी पत्नी मंजू देवी को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार की रात करीब दो बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुआ ले कर आये थे। रात 02:27 बजे मंजू ने एक हँसते खेलते बच्चे को जन्म दिया। परंतु बच्चे की माँ की हालत में सुधार न हो सका। जानकारी के अनुसार प्रसब के बाद प्रसूता को काफी ब्लडिंग हो रही थी। हालत नाजुक देखते हुए मौजूद स्टाप ने प्रसूता को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहाँ अस्पताल ले जाते समय प्रसूता मंजू देवी पत्नी अशोक सिंह 28 वर्ष की मौत हो गई। परिजनों ने डाक्टरों पर आरोप लगाते हुए बताया बिजुआ अस्पताल के डॉक्टरो की लापरबाही के चलते महिला की मौत हुई है।
जब मंजू को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो, मौजूद स्टाप ने मरीज की हुई जांचे और डाकोमेंट्स चेक करना भी जरूरी नही समझा,कि केस कैसा है। बिना जांच पड़ताल किये मरीज को भर्ती कर लिया गया। जब कसे हाथ से निकल गया तो,क्रिटिकल केस बात कर रेफर कर दिया। परिजनों का आरोप है अगर पहले ही जांच की गयी रिपोर्ट चेक कर लेते तो सायद ऐसी नोबत न आती। और मंजू हमारे बीच होती। रेफर के बाद परिजनों ने मंजू को जिला अस्पताल लेकर गए उस समय मंजू की सांसे चल रही थी। अस्पताल पहुंचे ही परिजनों ने आनन फ़ानन में मंजू को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन जिला अस्पताल में भी कोई सर्जन डॉक्टरो न मिल सके जिसके चलते मंजू की वही पर मौत हो गयी।