प्रदेश विधानसभा घेरने जा रहे सहकारी समितियों के हजारों कर्मचारियों को पुलिस ने रोका, जमकर हंगामा और नारेबाजी
शाहरुख खान
लखनऊ. प्रदेश भर से राजधानी लखनऊ पहुंचे सहकारी समितियों के हजारों कर्मचारियों ने गुरुवार को अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर विधानसभा के समीप जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। सहकारी समिति कर्मचारियों को नियमित वेतन दिए जाने और अन्य विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करने जा रहे कर्मचारियों को पुलिस ने जीपीओ के गेट पर बैरीकेटिंग करके रोक लिया। इससे आक्रोशित कर्मचारी वहीं सड़कों पर लेट गये और नारेबाजी करने लगे।
संयुक्त सहकारी कर्मचारी समन्वय समिति उत्तर प्रदेश के बैनर तले सचिव वेलफेयर सोसायटी और उत्तर प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ सहित चार संगठनों के प्रदेशभर से आये कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों की मांग है कि सभी सहकारी समितियों के सचिव एवं अन्य कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की भांति नियमित वेतन भुगतान सुनिश्चित कराया जाए। उनकी दूसरी मांग है की संपूर्ण बकाया वेतन का भुगतान शीघ्र कराया जाए जो लंबे समय से रुका हुआ है। कर्मचारियों ने बताया कि उनकी तीसरी मांग है कि सेवानिवृत्त की आयु 62 वर्ष की जाए। विधानसभा घेरने के लिए भारी संख्या में पहुंचे कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो एक बड़ा आंदोलन होगा।
जिसका खामियाजा शासन और प्रशासन को भुगतना होगा। उत्तर प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहनलाल गौण ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तो हमने सिर्फ विधानसभा का घेराव किया है। अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो सभी सहकारी समितियों के कर्मचारी अपनी-अपनी समितियों में तालाबंदी करेंगे और धान की खरीददारी नहीं करेंगे।
आपको बता दें कि किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक, बीज, कीटनाशक और फसली ऋण उपलब्ध कराने वाली तथा मूल्य समर्थन योजना के तहत धान और गेहूं सहित अन्य फसलों की खरीद पर किसानों की खुशहाली व हरित क्रांति की वाहक न्याय पंचायत स्तरीय प्राथमिक सहकारी समितियों में कार्यरत सचिव व कर्मचारी कई वर्षों से वेतन नहीं मिलने के कारण काफी समय से विरोध-प्रदर्शन करते आ रहे हैं।