अद्बो आदाब का शहर लखनऊ – बिजली विभाग की लापरवाही से जारोकतार रो रहा अमीनाबाद
शाहरुख खान
लखनऊ। यासिराना चंगेजी का एक बहुत उम्दा शेर है कि “शिद्दते लखनऊ हाय तौबा, फिर वही मैं वही अमीनाबाद” आज वही अमीनाबाद जो शाम-ए-अवध का कभी एक मरकज़ हुआ करता था बिजली विभाग की लापरवाही से जारोकतार रोता दिखाई पड़ेगा। एक तरफ समय समय पर बिजली विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर बैठते हैं। उनकी विभिन्न मांगे होती हैं कि उनका वेतन बढ़ाया जाए, नियमित किया जाए, विभिन्न प्रकार के भत्ते दिये जाये । वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग के कर्मचारी अपनी ड्यूटी को लेकर लापरवाही बरतते नजर आते हैं इसका एक प्रमुख उदाहरण हजरतगंज के जीपीओ के पास लगे बिजली के खम्बे में देखने को मिला है।
यह बिजली का खम्बा जीपीओ के मेन गेट के बगल में है। इसमें स्ट्रीट लाईट जलाने के लिए एक बॉक्स लगा हुआ है। जिसमें दो तार लगे हुये हैं और बॉक्स का उपर का ढक्कन गायब है। वहां पर पटरी दुकानदारों का कहना है कि शाम को बिजली कर्मचारी आता है और बाहर लटक रहे दोनों तारों को जोड़ देता है। जिससे स्ट्रीट लाईट ऑन हो जाती है। यह कई सालों से हो रहा है।
यहां सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि जीपीओ के सामने से कई आला आधिकारी गुजरते रहते हैं क्या कभी किसी अधिकारी की नजर इसपर नहीं गयी ! अगर गयी तो उसपर एक्सन क्यों नहीं लिया। यह बॉक्स जमीन से महज चार फिट की ऊंचाई पर है। ऐसे में इस बात की सम्भावना बनी रहती है कि बच्चें खेल खेल में बॉक्स के अन्दर के तारों को छू ना लें। और कोई अप्रिय घटना ना घटित हो जाये। अब देखने वाली बात यह होगी कि सालों से चली आ रही बिजली विभाग की लापरवाही कब खत्म होगी।