अब राजधानी में खाकी पर हाथ छोड़ा लड़की ने, वीडियो हुआ वायरल
शाहरुख खान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिस पर हाथ उठाना जैसे आज कल आम बात होती जा रही है। यहाँ पर कानून को हर व्यक्ति अपने हाथों से धोना चाह रहा हैं ऐसा ही एक मामला अभी कुछ दिनों पहले ही सीतापुर में कुछ वकीलों ने पुलिस की पिटाई कर दी थी और बुधवार को पीजीआई थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक महिला के द्वारा फिर से वैसा ही कांड दोहराया गया। बस इस घटना में फर्क इतना था कि इस बार महिला ने दरोगा पर थप्पड़ों की बरसात कर दी थी। अब सावल ये उठता हैं कि क्या पुलिस प्रशासन में एक जिम्मेदार ओहदे पर बैठे वयक्ति को आम जनता युहीं मरती रहेगी?
दरोगा का कसूर बस इतना था कि उसने महिला को बेरिकेटिंग के अंदर गाड़ी ले जाने से रोक दिया था। पीजीआई में स्कूटी सवार युवती बैरिकेडिंग होने के बावजूद जबरन अपनी स्कूटी ले जा रही थी। जब तेलीबाग चौकी इंचार्ज ने इसके लिए मना किया तो विरोध करने पर तेलीबाग चौकी इंचार्ज को युवती ने थप्पड़ जड़ दिया और खींचा तानी कर वर्दी भी फाड़ी दी। युवती को ऐसा हंगामा करते देख धीरे-धीरे लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। तभी वहां खड़े लोगों ने युवती को समझाने की कोशिश की लेकिन युवती ने सभी की बातों को दर किनार कर दिया।
बताया जा रहा है युवती का तांडव बढ़ता ही जा रहा था तभी चौकी इंचार्ज ने थक हार कर युवती पर काबू पाने के लिए थाने से महिला पुलिस बुलाई और उस युवती को काबू में किया। गौरतलब है कि लखनऊ में पुलिस पर हमला करने की यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पूर्व में भी कई अवसरों पर पुलिस के साथ हाथा पाई की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन ये सभी घटनाओं की जिम्मेदार खुद पुलिस प्रशासन हैं क्योकि राजधानी लखनऊ में जगह – जगह पर हर व्यक्ति जब अपने वाहनों को पार्किंग समझ कर पार्क कर जाता हैं तो यही पुलिस कर्मी उनको उस वक़्त कुछ नहीं कहते हैं और न ही कोई नियम या क़ानून लगाते हैं। उनको नियम और कानून तो सिर्फ रोड पर चेकिंग के दौरान ही याद आते हैं। आगे मामलों में राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस के खिलाफ ही कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज कर दिया गया।