देखे मौके का वीडियो – काली कोट से खाकर मार, खाकी हो रही बेहाल. जिला जज के सामने हुई घटना

शाहरुख खान

सीतापुर. मॉनीटरिंग सेल की मीटिंग के लिए जिला जज के केबिन में पहुंचे पुलिस अधीक्षक से वकीलों ने अभद्रता करते हुए उनका मोबाइल छीन लिया। डीजे व एसपी के सामने वकीलों ने पीआरओ की पिटाई कर दी।  अतिक्रमण कर बनाए गए सीतापुर अवध क्लब में भारी मात्रा में शराब की बरामदगी के बाद इमारत ढहाने का विरोध कर रहे क्लब के अध्यक्ष व अधिवक्ता सहित दो के खिलाफ केस दर्ज होने से वकील नाराज थे। बदसलूकी से खफा एसपी उल्टे पांव वहां से वापस चले गए। इस घटना से वकीलों और पुलिस महकमे के बीच तनाव बढ़ गया है।

डीएम शीतल वर्मा व एसपी प्रभाकर चौधरी बुधवार की सुबह शहर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ा। इस दौरान सीतापुर अवध क्लब पर अफसरों ने छापेमारी की तो वहां से भारी मात्रा में शराब, 30 हजार रुपये की नकदी व अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई। इसके बाद इमारत को अवैध करार देते हुए ढहाया जाने लगा।

अवध क्लब के अध्यक्ष व अधिवक्ता ओमप्रकाश गुप्ता और सेक्रेटरी रामपाल सिंह ने इसका विरोध किया तो पुलिस उन्हें लेकर कोतवाली चली गई। इसके बाद अवध क्लब की इमारत ढहा दी गई। जिला आबकारी अधिकारी की तहरीर पर क्लब के अध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता, सेक्रेटरी रामपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। इस कार्रवाई की खबर वकीलों को मिलते ही वह उग्र हो गए।

विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया

शाम करीब 5:30 बजे एसपी मॉनीटरिंग सेल की मीटिंग के लिए जिला जज के केबिन गए थे। इसकी भनक लगते ही बार एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश त्रिपाठी के नेतृत्व में कई वकील जिला जज के केबिन में जा धमके और क्लब के अध्यक्ष व अधिवक्ता पर कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उग्र वकीलों ने एसपी के साथ गए पीआरओ संदीप पांडेय व प्रदीप की पिटाई कर दी। एसपी का मोबाइल छीनकर अभद्रता की। इससे खफा एसपी उल्टे पांव वहां से वापस लौट गए।

दोषियों पर होगी कार्रवाई

मामले पर एसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि जिला जज के केबिन में मॉनीटरिंग सेल की मीटिंग के लिए गया था। सीतापुर अवध क्लब पर कार्रवाई का विरोध करते हुए वकीलों ने दरोगा की पिटाई की। मेरा मोबाइल छीन लिया। जो बाद में वापस किया। इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

कौन है प्रभाकर चौधरी

आईपीएस प्रभाकर चौधरी एक इमानदार और साफ़ छवि के अधिकारियो में गिने जाते है। अपने पूर्व के कार्यकाल में कानपुर देहात में जोइनिंग के समय प्रभाकर चौधरी ऑटो से अपने कार्यालय पहुच गए थे जो राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया की सुर्खियों में रहा। इनके कार्यकाल पर अगर गौर किया जाए तो अपराध पर नियंत्रण हेतु यह अवैध शराब पर कड़ी कार्यवाही करते है। ऐसे अधिकारी के साथ हुई अभद्रता को समाज किस नज़र से देखता है यह अच्छी तरह समझा जा सकता है।

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