सुल्तानपुर – क्या शहीद निलेश की विधवा से किया वायदा शासन और प्रशासन को याद नही रहा ?
हरिशंकर सोनी
सुल्तानपुर। लगभग 8 माह पहले जनपद का एक लाल शहीद हो गया था। देश के लिये अपने प्राणों को त्यागने वाले शीद निलेश के परिजनों ने शहीद के अंतिम संस्कार को रोक दिया था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की जिद पर अड़ गये थे। तब उनके द्वारा की जा रही मांगों को सुनने के लिए प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने शहीद की पत्नी से किया गया था। उन्होंने कहा था कि बहुत जल्द आपकी यह सभी मांगे मान लिया जायेगा। आज लगभग 8 महीना पूरा हो चुका है लेकिन शहीद के परिवार से किया गया वादा ना तो प्रशासन को याद है और न ही शासन अथवा जन प्रतिनिधियों को उस वायदे के वफ़ा होने की फिक्र है। इन्ही वायदों की याद दिलाने के लिए शहीद की पत्नी स्वयं जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर अपनी व्यथा सुनाई और भाजपा सांसद वरुण गांधी को भी हो रही समस्याओं के बारे में बताते हुवे वादों को याद दिलाई।
भाजपा के राष्ट्रीय नेता व सुल्तानपुर जनपद के सांसद वरुण गांधी को एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे जहां शहर के तिकोनिया पार्क में आधुनिक भारत के शिल्पकार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143 जयंती कार्यक्रम में शरीक होकर 2000 गरीब महिलाओं को कंबल वितरित किया वही पार्टी के वरिष्ठ जन व पदाधिकारियों एवं अधिवक्ताओं को शाल देकर सम्मानित किया। गांधी ने कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को संबोधित कर रहे थे कि इसी बीच जनपद के अखंड नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले शहीद निलेश सिंह की पत्नी अपनी समस्याओं को लेकर सांसद वरुण गांधी से मिलने पहुंच गई। उस विधवा की समस्याओं को सुनने के बाद गांधी ने कहा कि मेरी जिंदगी का आश्रय है कि अपनी आवश्यकताओं कुछ सीमित रखकर दूसरों की आवश्यकताओं को पूरी करना। शहीद निलेश सिंह की पत्नी के द्वारा बताए गए समस्याओं को लेकर कहा कि हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा किस शहीद निलेश सिंह ने अपने प्राणों को न्योछावर कर देश की रक्षा के लिए शहीद हुए हैं और अपने प्राणों की आहुति दिए हैं स्मृति द्वार बन सकता है। गांधी ने उनकी पत्नी से कहा कि स्मृति द्वार से क्या जीवन जीवित रहेगा ? निलेश दुनिया के लिए जीवित है हम सब के लिए जीवित रहेंगे और तब तक जीवित रहेंगे जब तक यह धरती रहेगी उन्होंने आगे कहाकि शहीद नीलेश तब तक जिंदा रहेंगे जब तक उस परिवार के लोग अच्छे कर्म रहेंगे उस परिवार के लोग गरीबों की सहायता देश के लिए अपना योगदान देते रहेंगे तब तक शहीद निलेश जीवित रहेंगे
शहीद निलेश सिंह की पत्नी के नेतृत्व में राजपूताना सॉरी फाउंडेशन घर सुलतानपुर, भवनपुर उत्थान सेवा समिति, मोदी अगेन पीएम अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद के कार्यकर्ताओं ने वरुण गांधी को ज्ञापन सौंपा शहीद निलेश की अंतिम विदाई में प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने जो वादे किए थे आज तक पूरे नहीं हुए को लेकर अर्चना सिंह ने वरुण गांधी को ज्ञापन प्रेषित किया और वह सारे वादे याद दिलाई जो अर्चना से किए गए थे। वायदों में था कि अर्चना का स्थानांतरण, निलेश के छोटे भाई को सरकारी नौकरी, ब्लॉक मुख्यालय पर शहीद की प्रतिमा स्थापित करना, गांव को समग्र रूप में विकसित करना व ब्लॉक मुख्यालय पर शहीद के नाम का तोरण द्वार लगवाना था।
शहीद निलेश सिंह की पत्नी अर्चना सिंह ने कहा कि अगर यह मांगे 1 सप्ताह के अंदर पूरी नहीं की गई तो हम भूख हड़ताल आमरण अनशन करने पर मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि वरुण गांधी ने तोरण द्वार व शहीद की प्रतिमा लगाने पर जो बयां देते हुवे कहाकि इससे आम जनता का क्या लाभ होगा, वह बहुत ही दुखद बयान रहा। सांसद चलिए मूर्ति तोरण द्वार ना ही सही शहीद निलेश सिंह के नाम का विद्यालय वह हॉस्पिटल का निर्माण कराया जा सकता है। राजपूताना शौर्य फाउंडेशन के संरक्षक अधिवक्ता अरविंद सिंह राजा ने कहा कि आज लगभग 8 महीने बीत जाने के बावजूद वादा पुरा नही किया जाना बेहद दुखद और निराशाजनक है। राजपूताना सर फाउंडेशन के संचालन मंडल के सदस्य रमेश सिंह बौद्धिक ने कहा कि एक आम आदमी जिस उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान द्वारा गोली मार दी जाती है। उसका जनता के दबाव में 24 से 48 घंटे के अंदर मुआवजा और पत्नी को नौकरी दे दी जाती है, लेकिन देश के लिए शहीद हुए सैनिक के परिवार से कोई सहानुभूति नहीं दिखाई जाती। जबकि खुद प्रदेश सरकार के मंत्री वादा करके चले जाते हैं। यह निंदनीय है
अब देखना होगा कि वायदा वफ़ा होता है या फिर शहीद की पत्नी ऐसे ही दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर रहती है। आखिर एक सांसद द्वारा इस प्रकार का बयान जिसको विपक्ष निंदनीय कह रहा है को सुल्तानपुर की जनता किस नज़रिये से देखती है।