कौशाम्बी जनपद के सजायाफ्ता कैदी की नैनी जेल में मौत
आफ़ताब फ़ारूक़ी
प्रयागराज। केन्द्रीय कारागार नैनी से निरूद्ध एक सजायाफ्ता कैदी की मंगलवार की सुबह उपचार के दौरान स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह विगत काफी दिनों से कई बीमारियों से पीड़ित था।
कौशाम्बी जनपद के चरवा थाना क्षेत्र के सैयद सरांवा गांव निवासी मो. आबाद 68 वर्ष पुत्र स्वर्गीय अनवर अली के चार पुत्र एवं तीन पुत्रिया और पत्नी अख्तरी बेगम है। वह हत्या के समय पीएसी फतेहपुर में दरोगा के पद पर तैनात था। उसके गांव में उसकी दो बहने भी रहती थी। जिसमें एक बहन के बेटे आले की 1990 में हत्य कर दी गई। वारदात के समय मो. आबाद अवकाश पर अपने घर आया हुआ था।
हत्या के मामले में मो. आबाद और उसके बेटे मो. सादाब को गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेज दिया। हालांकि बाद में मो. सादाब नाबालिक होने की वजह से बरी कर दिया। लेकिन हत्या के आरोप में 6 नवम्बर 2009 में मो. आबाद को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जिसके बाद उसे नैनी जेल भेज दिया गया। वह नैनी जेल में विगत काफी दिनों से बीमार चल रहा था और उसका उपचार बन्दी रक्षक लगातार स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय से करा रहे थे। 10 दिसम्बर को उसकी हालत नाजुक हुई तो बन्दी रक्षकों ने मो. आबाद को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां उसकी मंगलवार की सुबह उपचार के दौरान मौत हो गई। शव को चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और उसकी मौत की सूचना जेल प्रशासन को दी। जेल प्रशासन की सूचना पर उसके परिजन मंगलवार दोपहर बाद पहुंचे।