अखिल भारतीय दंगा पीड़ित राहत कमेटी ने पीड़ित परिवारों को दिया 11,000 को चेक
शाहरुख खान
संवादाता, लखनऊ।
सिख दंगा: सिख कमिटी ने किया सीएम योगी पर तीखा हमला, आखिर क्यों नहीं कर रही है यूपी सरकार एसआईटी का गठन।
वर्ष 1984 में देश का हर कोना सिख दंगों का शिकार था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उन्हीं के अंगरक्षक ने की थी, जोकि सिख था। इसके जवाब के स्वरुप में देश भर में सिखों को मौत के घाट उतारा जा रहा था। देश भर में करीब 3000 सिख इस दंगे में मारे गए थे। वहीं कानपूर में करीब 127 लोग मारे गए।वहीं पीड़ित परिवार आज भी दोषियों को सजा दिलाने के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं। अखिल भारतीय दंगा पीड़ित राहत कमेटी ने इसी सिलसिले में आज राजधानी में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। कमिटी के प्रधान कुलदीप सिंह भोगल ने कहा की आरटीआई के जरिये पता चला की 34 लोग इस नरसंहार में संलिप्त हैं। जिसकी शिकायत करने के बाद भी सरकार ने कुछ नहीं किया। मौजूदा सरकार से न्याय न मिलने पर कमिटी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र सरकार और यूपी सरकार से स्पेशल रिपोर्ट की मांग की गयी थी।
पर सरकार बदल गयी नयी सरकार को आये डेढ़ साल बीत गए पर अभी तक न ही एसआईटी का गठन हुआ है और न ही रिपोर्ट भेजी गयी है। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आदेश के बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार एसआईटी का गठन नहीं कर रही है।
सिख कमिटी द्वारा आयोजित आज की प्रेस कांफ्रेंस का प्रमुख कारण योगी सरकार को मांग पात्र सौंप कर एसआईटी के गठन के लिए आग्रह करना था। इसके साथ ही कमिटी ने तीन पीड़ित परिवारों को 11000 रु० चेक प्रदान किया। अखिल भारतीय दंगा पीड़ित राहत कमेटी के प्रधान कुलदीप सिंह भोगल ने कहा है कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं पूरी करेगी तो कमिटी आने वाले चुनाव में उनका साथ नहीं देगी।