ग्राम प्रधान बैदहा की गिरफ्तारी न होने से नाराज शिक्षकों ने दिया धरना
हरि शंकर सोनी
सुल्तानपुर जनपद के मॉडल प्राथमिक विद्यालय बैदहा की प्रधानाध्यापिका कांती सिंह के साथ अभद्रता करने गाली गलौज करने व जान से मारने की धमकी देने वाले ग्राम प्रधान बैदहा शैलेश सिंह उर्फ डीकू सिंह की गिरफ्तारी न किये जाने से नाराज शिक्षकों ने उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ व जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के बैनर तले जिले के तिकोनिया पार्क में धरना दिया तथा उक्त प्रकरण में पुलिस की संबेदन हीनता के विरुद्ध नाराजगी व्यक्त किया ।धरने में जिले के सभी ब्लॉकों सैकड़ो शिक्षकों ने अवकाश लेकर प्रतिभाग किया ।धरने को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रभारी जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा यदि प्रशासन हमारी बात नही सुनता तो हम बृहद आंदोलन के लिये बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी ।जिला मंत्री दिनेश उपाध्याय ने कहा कि सुनने में आया है कि कुछ राजनेता अपराधी प्रधान को संरक्षण दे रहे है शिक्षक भविष्य में उन्हें भी सबक सिखाने के लिये तैयार रहें ।एस 4 के संयोजक व कर्मचारी नेता बृजेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि जिस सरकार में महिला सशक्तिकरण व बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ जैसी योजनायें चल रही है उसी सरकार में शिक्षिका के विरुद्ध अपराध करने वाले प्रधान को यहां का प्रशासन बचाने का प्रयास कर रहा है ।
धरने को जूनियर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रणधीर ने भी संबोधित किया और कहा कि यदि प्रधान को उचित दंड नही मिलता तो जिले के सभी संगठन बैठकर रणनीति बनाएंगे और आंदोलन को उग्र किया जाएगा ।प्रदेश उपाध्यक्ष मालती सिंह ने कहा कि महिला को कमजोर समझने की गलती करने वालों को महिलाएं सबक सिखाने में सक्षम है ।नारी शक्ति का अपना इतिहास रहा है जब नारियां चंडी का रूप धारण करती है तो बड़े बड़े लोंगो का सत्यानाश हो जाता है इस बात को शासन प्रशासन को समझना चाहिये ।प्रदेशीय आडिटर शमीम अहमद ने कहा कि या तो एम डी एम की जिम्मेदारी प्रधान को दे दी जाय या तो शिक्षक को ही जिम्मेदारी सौपी जाय ।प्रधान के साथ कार्य करने में शिक्षक अपने को असहज महसूस कर रहा है ।मीडिया प्रभारी रणवीर सिंह ने कांती सिंह को अदम्य साहस की प्रतिमूर्ति बताते हुए कहा कि इतनी धमकियां मिलने के बाद भी इन्होंने धैर्य नही छोड़ा और प्रधान के विरुद्ध संघर्ष हेतु डटी रही ।जूनियर संघ भदैयाँ के अध्यक्ष कलहू पाल ने स्वरचित कविता के माध्यम से संघर्ष हेतु शिक्षकों को प्रेरित किया ।धरने को संतोष पाण्डेय बिपिन यादव बृजेश यादव सर्वेश सिंह बैभव भटनागर राजीव मिश्र रमेश तिवारी के सी मिश्र विजय प्रकाश मिश्रामनोज प्रभाकर सिंह राम चन्द्र राजभर प्रतिभा सिंह उषा वर्मा ज्योति सिंह घनश्याम वर्मा राकेश दूबे उपेन्द्र सिंह अजय भास्कर राधेश्याम मौर्य राम आशीष मौर्य लेखाकार इंद्र बहादुर सिंह सहित कई शिक्षक नेताओं ने संबोधित किया ।धरने में वेद प्रताप सिंह हीरा लाल दया शंकर मौर्य शिवनारायण वर्मा देवेंद्र सिंह राम चन्द्र सिंह प्रतिमा सिंह उदय लक्ष्मी अन्नपूर्णा शुक्ला अनूप सिंह शिव प्रताप सिंह मोहम्मद अजहरुद्दीन आसिफ जमाल हरिश्चंद्र विश्वकर्मा धर्मेन्द्र राय आशुतोष सिंह मोहम्मद हसीब सहित सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकायें मौजूद रहे ।धरने के बाद सभी शिक्षक नारे बाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और वहाँ पर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में अपर जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौपा ।