साहब वो हमको झूठे केस में फंसाना चाहते है – फरियादी राज बहादुर सिंह ने लगाया आईजी से गुहार
प्रदीप दुबे विक्की
सुरियांवा(भदोही) थाना क्षेत्र के गहोरवा ग्राम निवासी व पंजीकृत संस्था श्री राम भक्त हनुमान मंदिर समिति कंतापुर-सुरियांवा के अध्यक्ष राज बहादुर सिंह पुत्र स्व० जयश्री सिंह ने पुलिस महानिरीक्षक विंध्याचल मंडल मिर्जापुर को प्रार्थना पत्र प्रेषित कर न्याय की गुहार लगाई है।
अपने भेजे गए प्रार्थना पत्र में फरियादी ने आरोप लगाया है कि बीते कई वर्षों से मंदिर व मंदिर के संपत्ति की रखवाली सलीम पुत्र टिक्कन निवासी ग्राम कंतापुर-सुरियावां द्वारा कराया जाता है । मंदिर की संपत्ति हड़पने की नियत से साजिशकर्ता करामत अली अपने भाई निजाम व प्रार्थी के विरोधी राकेश वर्मा नामक व्यक्ति सभी एक राय होकर साजिश करते हुए एक पेशेवर महिला द्वारा फर्जी रेप आरोपित कराते हुए पास्को एक्ट में फंसा दिया गया ।बताया गया है कि उस फर्जी व झूठे मुकदमे की पैरवी मंदिर का रखवाला होने के नाते मंदिर प्रबंधक फूल चंद दुबे करने लगे। तो उन्हें भी करामत अली अपनी लड़की (फोटो)नामक से गलत बयान बाजी करवा कर नामजद करा दिया । इस दौरान हुइ विवेचना में आरोप को गलत बताते पुलिस ने फूलचंद को आरोप मुक्त कर दिया। तो पुन: भय पैदा करने के उद्देश्य सेे करामत अली ने अपनी उसी पेशेवर पुत्री फोटो से हम प्रार्थी के विरुद्ध भी झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया । इसकी जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा कर घटना को झूठा पाते हुए निर्देशित कर रिपोर्ट मानवाधिकार आयोग को भेज दिया एवं इसी प्रार्थना पत्र की जांच पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एस० आई०बाबूराम भी करते हुए झूठा और आरोप मुक्त पाया । विपक्षी साजिशकर्ता राकेश वर्मा के विरुद्ध गैर जमानती वारंट सीजीएम न्यायालय से जारी होने के बावजूद भी गिरफ्तारी न करके उल्टे हम प्रार्थी को ही झूठे मुकदमे में फसाने का लाभ उठाते हुए हम प्रार्थी पर भी पास्को एक्ट मुकदमा दर्ज कराने हेतु स्थानीय थानेमें प्रार्थना-पत्र सौंपा, जबकि विपक्षी का पेशेवर महिला फोटो के साथ गलत व अंतरंग संबंध कायम है ।इसी का लाभ उठाते हुए प्रार्थी पर मुकदमे की साजिश रची गई है ।
उन्होंने आरोप लगाया है की बताते चलें कि विपक्षी राकेश वर्मा का अंदरुनी संबंध भदोही के अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय कुमार से है। जिसके प्रभाव में प्रतिशोध की भावना से झूठा व फर्जी कथन पर हम प्रार्थी को भी फसाया जा रहा है। फरियादी राजबहादुर सिंह ने अपने आवेदन पत्र के माध्यम से पुलिस महानिरीक्षक से अनुरोध किया है कि उच्चाधिकारियों की स्पष्ट जांच किए बिना झूठा मुकदमा थानाध्यक्ष सुरियावा द्वारा पंजीकृत ना किया जाए।