यूएई ने अपना पहला व्यापारिक कारवां सीरिया भेजा, बहरैन की नीति में भी 180 डिग्री बदलाव आया
आदिल अहमद : आफ़ताब फ़ारूक़ी
: संयुक्त अरब इमारात ने नसीब पास से सीरिया और लेबनान के लिए पहला व्यापारिक कारवां भेज कर दमिश्क़ के साथ ज़मीनी व्यापार शुरु कर दिया है।
यूएई के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में इस देश के दमिश्क़ में दूतावास खुलने की सूचना देते हुए कहा कि यह क़दम सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता व संप्रभुता के समर्थन में अरबों के सक्रिय रोल का पता देता है।
उधर लेबनान से प्रकाशित अख़बार “अलबयान” के अनुसार, यूएई का व्यापारिक कारवां, देश के आज़ाद क्षेत्र से सऊदी अरब, सीरिया, लेबनान और जॉर्डन के लिए निकल पड़ा है।
नसीब-जाबिर पास दमिश्क़-अम्मान के बीच सबसे ज़्यादा व्यस्त अतंर्राष्ट्रीय मार्ग है और यह मार्ग सीरिया का जॉर्डन तथा फ़ार्स खाड़ी के देशों को निर्यात करने वाला मुख्य मार्ग समझा जाता है। यूएई इस मार्ग पर व्यापार को सुचारू बनाने के लिए इस क्षेत्र में 2500 किलोमीटर लंबी सड़क बनाना चाहता है।
इस बीच बहरैन ने अपनी नीति में 180 डिग्री बदलाव लाते हुए इस देश के दूतावास के सीरिया में खुलने और इस देश में अपनी गतिविधियां शुरु करने की आधिकारिक रूप से सूचना दी है।
स्काई न्यूज़ के अनुसार, बहरैन के विदेश मंत्रालय ने सीरिया की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में अरब देशों के रोल को मज़बूत बनाने पर बल दिया।
बहरैन भी उन्हीं देशों में था जो सीरिया की क़ानूनी सरकार को गिराने और इस देश पर आतंकियों के क़ब्ज़े का समर्थन करते थे।