टूटते हुवे चार परिवारों को बचाया परिवार परामर्श केंद्र ने
संजय ठाकुर
मऊ। परिवार परामर्श केंद्र की बैठक रविवार को पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र बहादुर के निर्देशन में पुलिस लाइन स्थित महिला थाना में हुई। इसमें कुल 14 पारिवारिक मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से चार मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें दो दंपति ने अपना- अपना मतभेद भुलाकर साथ- साथ रहने को तैयार हो गए। शेष पत्रावलियों में बैठक की अगली तिथि छह जनवरी 2019 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजेे जाने का निर्देश दिया गया।
परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से सीमा चौहान और सुजीत चौहान तथा रूकमणि देवी और रविशंकर ने अपना अपना मतभेद भुलाकर साथ- साथ रहने को तैयार हो गए। वही इमराना और सलमान के लगातार अनुपस्थिति रहने के चलते पत्रावली निस्तारित कर दी गई। तथा गीता और कैलाश के मामले में पत्रावली वापस भेज दी गई। बैठक में साधना और अरविंद, सरिता और सोनू,पुष्पा और लालबचन तथा रुबीना खातून और शाहिद ने सुलह के लिए समय की मांग किया।
इस दौरान तीन मामलो में एक-एक पक्षकार उपस्थित हुए तथा तीन मामलों में कोई पक्षकार उपस्थित नहीं हो सका। जिसके चलते उनकी पत्रावलियों में छह जनवरी 2019 की तिथि नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया। इस दौरान परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यगण सर्वेश दूबे, इब्राहिम सेवक, विनोद कुमार सिंह, मौलवी अदशद, डा.एम ए खान, अर्चना उपाध्याय,
महिला दरोगा कंचन मौर्य, दीवान चंदा सिंह,आरक्षीगण पुष्पा गुप्ता, पूजा पाल ने अपना योगदान दिया। बैठक में काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।