सीबीआई का इस्तेमाल इन्तेकाम की बुनियाद पर हो रहा है – आज़म खान
हर्मेश भाटिया
रामपुर. यूपी के रामपुर में सपा नेता आज़म खान ने सीबीआई की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा की मौजूदा सरकार को शर्ममिन्दगी का इज़हार करना चाहिए और यह मानना चाहिए के सीबीआई एस आई टी इन संस्थाओं का उन्होंने बड़ा गलत इस्तेमाल किया है। और यही इस्तेमाल पूरा मुल्क देख रहा है। मै इतना कहना चहुंगा जो लोग इंतेकाम की बुन्याद पर ऐसा कर रहे है वो ज़िम्मेदार तो होंगे ही लेकिन जो असफ़सारान इसमे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे या गलत को सही और सही को गलत करंगे उन अफ़सरान के साथ सख्ती होनी चाहिए।
वही सपा नेता आज़म खान ने प्रेस वार्ता में कहा कि हमे 5 परसेंट आरक्षण दे हम इसका स्वागत करंगे। सारे ईशु अलग अलग है सीबीआई अलग है एडी अलग है एस आई टी अलग है । इसमे हम सिर्फ इतना आने वाली सरकारों से संशोधन चाहते है के सिर्फ नेताओ को नही जो अफसरान इसका मिस यूज़ करते है उनको भी सज़ा मिलनी चाहिए।
सपा सरकार के पूर्व मंत्री मौहम्मद आज़म खां ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह कहना कि आर्थिक आधार पर रिज़र्वेशन नहीं हो सकता है। आज़म ने कहा कि अगर हमारी बात को हल्के में लिया गया तो जिस तरह मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र यहां लोगों ने सड़कों पे आकर अपना हक मनवाया है, कहीं ऐसा न हो कि देह की सुश्री बड़ी आबादी जिसे हम मुसलमान कहतें हैं और सच्चर कमिशन जिसे पार्लियामेंट ने ही बनाया था। आज के दिन मुसलमानों की आर्थिक, शैक्षिक, और सामाजिक स्तिथि, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सिर्फ आर्थिक स्तिथि ही बुनियाद नहीं होगी बल्कि सामाजिक स्तिथि भी। सच्चर कमीशन 10 साल पहले ही यह रिपोर्ट दे चुका है कि मुसलमानों की यह स्तिथि दलितों से भी बत्तर है, इसलिये हमने मांग की थी कि हमें दलितों की श्रेणी में ले लिया जाए। क्यंकि इसमे हम ही फिट होतें हैं क्योंकि जिन लोगों को दिया जा रहा है, उनके पास सामाजिक पिछड़ापन नहीं है। सिर्फ आर्थिक पिछड़ापन है। इसलिये हम 10 फीसद में 5 फ़ीसद आरक्षण की मांग की करतें हैं।