मूसलाधार वर्षा और कृष्ण गोवर्धन धारण कथा सुन श्रोता भावविभोर
प्रत्यूष मिश्रा
तिंदवारी (बांदा)। कस्बे के काली देवी मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा रस वर्षा में श्रद्धालु रसिक जन अध्यात्म और भक्ति के अमृत का पान कर रहे हैं जहां आज गोवर्धन महोत्सव द्वारा इंद्रका दमन, गोकुल पर मूसलाधार वर्षा और कृष्ण द्वारा गोवर्धन धारण का वर्णन सुन श्रोता भाव विभोर हो हो गए। संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा वर्षा कथा वाचक बाल व्यास पंडित गोपाल कृष्ण श्री धाम वृंदावन द्वारा प्रस्तुत अमृत माई कथा जीवंत ज्ञान, वैराग्य और भक्ति के दर्शन करा रही है!
पंडित गोपाल कृष्ण ने कहा कि पूर्व यज्ञ में ब्राह्मणों को अपनी क्रिया का गर्व था और इसमें इंद्र को अपने इंद्रत्व का गर्व, भगवान ने दोनों यज्ञ में उन दोनों के अहंकार को दूर कर उन पर कृपा की! बलदेव जी के साथ गोकुल में निवास करते हुए भगवान श्री कृष्ण ने एक दिन गोपों को इंद्र यज्ञ के लिए उद्धत देखा उनके द्वारा नंद बाबा के समीप जाकर बड़ी विनम्रता से किस उद्योग के फल और उद्देश्य पूछने पर नंद बाबा ने कहा लाला यह यज्ञ इंद्र के लिए हो रहा है वे मेघों के राजा हैं उनकी प्रेरणा से ही मेघ जल वृष्टि द्वारा नाना प्रकार के धान में पैदा कराते हैं हम उन्ही द्रव्यों से इंद्र का पूजन कर शेष धान्यों द्वारा अपने परिवार का पोषण करते हैं नंद याद गोपों के ऐसे वचन सुनकर भगवान ने इंद्र के अहंकार को नष्ट करने की दृष्टि से कहा कि आप यह क्या कहते हैं ?
संसार में जीव कर्म से उत्पन्न होता है और उसे सुख दुख ,मान-अपमान, हानि लाभ यह सब कर्म से ही प्राप्त होते हैं यदि फल देने वाला कोई अन्य ईश्वर है तो वह कर्म करता को ही फल देता है अ कर्ता को नहीं ऐसी दशा में कर्म करने वालों को इंद्र से क्या प्रयोजन ? हम लोग वन पर्वतों में निवास करते हैं हमारे प्रधान देवता यह वन पर्वत हैं इसलिए गौ -ब्राह्मण और गोवर्धन का ही यज्ञ उत्सव तथा पूजन होना चाहिए इस यज्ञ की जितनी भी सामग्री यहां उपस्थित है वह सब इसी में लगा देना चाहिए यदि आप सब की सम्मति हो तो ऐसे ही यज्ञ का उपाय किया जाए लाला का यह प्रस्ताव सुनकर नंद आदि सभी ग्रुपों ने साधु साधु कह ह्रदय से उसका समर्थन किया ! भागवत कथा को सुनने के लिए दूर-दूर से महिलाओं व पुरुषों की भीड़ जुटी रही। इस अवसर पर भाजपा नेता जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी ,रवि प्रकाश सिंह संजय प्रबंधक शिव दर्शन महाविद्यालय, विष्णु दत्त तिवारी, देवीदीन कुशवाहा, नितेश गुप्ता, चंदन कुशवाहा ,मोहन कुशवाहा, अनुज गिरी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे!