संविदा कर्मियों का प्रदर्शन, शुरू की हड़ताल
प्रत्युष मिश्रा
बांदा। एक माह के अंदर संविदा कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन दो माह का समय गुजर जाने के बाद भी जब समस्याओं के निस्तारण की तरफ अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया तो मंगलवार को उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदा कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की और धरना देते हुए हड़ताल पर चले गए। इसके बाद सीएमओ को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी गई है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
ज्ञापन में संविदा कर्मचारियों ने कहा है कि सूबे में कार्यरत लगभग 75 हजार संविदा कर्मचारियों और दो लाख आशा बहुओं के लिए न्यायोचित चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिनांक 17 नवंबर 2018 को दिया गया था। उस दौरान अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि संविदा कर्मचारियों की समस्याओं को एक माह के अंदर हल कर दिया जाएगा। लेकिन दो माह का समय गुजर जाने के बावजूद समस्याएं जस की तस बनी हुई है। संविदा कर्मचारियों ने दिए गए ज्ञापन में कहा है कि जब तक उनकी समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जाएगा, धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
संविदा कर्मचारियों का कहना है कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं कर दिया जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगी। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि आशा कार्यकत्रियों को आंगनबाड़ी कार्यकत्री की भंाति एक निश्चित मानदेय न्यूनतम 10 हजार रुपया दिया जाए और कर्मचारी का दर्जा प्रदान किया जाए। इस मौके पर मंजू, आशा, प्रभा, सरोज, रेखा, वरुण श्रीवास्तव, सचिन रैकवार, अतुल, फहमी, अमित कुमार गुप्ता, चंद्रेश गुप्ता, रमेशचंद्र, प्रमोद सिंह, नीलेंद्र, सत्येंद्र शुक्ला, देवेंद्र कुमार, अनिल गुपता, आमिर आदि मौजूद रहे।