जाग सकता है भोपाल जेल ब्रेक एनकाउंटर मामले का जिन
आदिल अहमद
भोपाल. जेल मंत्री बाला बच्चन ने आज जेल मुख्यालय पर एक बैठक किया। जानकारों और सूत्रों की माने तो इस बैठक में उठे मुद्दे और बाला बच्चन के रुख को देख कर ऐसा लग रहा था कि भोपाल जेल ब्रेक काण्ड की दुबारा जाँच शुरू हो सकती है। बताते चले कि इस एनकाउंटर पर कांग्रेस पहले ही सवालिया निशान लगाती आई है। इस बीच जब कांग्रेस की सरकार प्रदेश में है तो दुबारा इस मामले की जाँच के आदेश दिये जा सकते है,
ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2016 में दीपावली की रात जेल अधिकारियो के अनुसार टूथब्रश से और चम्मच के सहारे सिमी के 8 विचाराधीन कैदी भाग निकले थे। जेल प्रशासन के बयान के अनुसार उन्होंने टूथब्रश से जेल का ताला खोला था। इसके बाद सुबह पुलिस ने फरार सभी 8 कैदियों का एनकाउंटर कर दिया था। दावो के अनुसार मुठभेड़ में सभी 8 कैदी मारे गये थे। घटना 30-31 अक्टूबर 2016 की थी। घटना के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को उछाला था। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने उस समय आरोप लगाया था कि एनकाउंटर फर्जी है क्योकि कैदी वाली जूते पहने थे जिसमे के जूते पुलिस कर्मियों ने पहन रखे थे।
तत्कालीन सरकार के तरफ से इसकी जाँच हेतु 7 नवम्बर 2016 को उच्च न्यायालय के सेवानिवृत जज एस के पाण्डेय को जाँच सौपी थी। जाँच रिपोर्ट में जेल के दस अधिकारी और कर्मचारियों को दोषी पाया गया था। एक बार अब ये मामला दुबारा उछलने के रुख में दिखाई दे रहा है।