साहब – दुधवा में चल रहा है हरे पेड़ों पर आरा
फारुख हुसैन
पलिया कलां. भारत नेपाल सीमा के समीप उत्तर प्रदेश के एकमात्र शेष बचे प्राणी उद्यान दुधवा नेशनल पार्क में इन दिनों हरे पेड़ों पर आरा चलाने का काम धड़ल्ले से जारी है। हरे भरे पेड़ों को सरकारी कागजात में बांझ और सूखा दिखाकर एक षड्यंत्र के तहत काटा जा रहा है और उनके मोटे मोटे तनो को ट्रकों पर लादकर रातों रात बाहर की मंडियों में बेंच कर पैसा कमाने का काम हो रहा है। इन सब कार्य में लकड़ कट्टों के साथ वन विभाग के स्थानीय व उच्च अधिकारी सभी शामिल हैं।
आपको बता दें कि पिछले 2 वर्षों में वनों में निवास करने वाले दो दर्जन गांवों में धड़ल्ले से हरे पेड़ों का कटान हुआ है जिन्हें सरकारी कागजात में सूखा बांझ बता कर काट दिया गया उन्हें चीर कर नेपाल के लकड़ी तस्करों के हाथ बेचा जा रहा है। वन विभाग इन सब चीजों की सारी जानकारी होने के बाद भी कार्रवाई से जिस तरह बच रहा है। इसका सीधा मतलब यह निकलता है कि वन विभाग कहीं ना कहीं इन लकड़ कट्टों के साथ पूरी तरह मिला हुआ है। थारू जनजाति के लिए काम करने वाले वन जन समिति के संयोजक रजनीश का कहना है कि वन विभाग कागजों पर हरे पेड़ों पर सुखा दिखाकर आए दिन काट रहा है यह मानवता के भी खिलाफ है और वन नियमों के भी खिलाफ। वन्य जीव अधिनियम के अंतर्गत दुधवा नेशनल पार्क से पेड़ों को काटकर बाहर की मंडियों में बेचा जाना हर सूरत से गलत है। हम पिपरौला में हो रहे हरे मोटे मोटे पेड़ों के कटान की जानकारी उच्च अधिकारियों को देंगे और सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।