इनामिया अपराधी घोषित शराब किंग और पुर्व सांसद जवाहर जायसवाल मध्य प्रदेश में गिरफ्तार
ईदुल अमीन
भोपाल/वाराणसी। इनामिया अपराधियों की धर पकड़ के बीच वाराणसी पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है जब उत्तर प्रदेश एसटीऍफ़ ने मध्य प्रदेश में छापेमारी करके वाराणसी के इनामिया घोषित अपराधी और सपा के पूर्व सांसद जवाहर जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है। वह बीते वर्षों वाराणसी में बैंक कर्मचारी की हत्या के मामले में फरार चल रहा था।
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और 25 हजार के इनामी जवाहर जायसवाल को यूपी एसटीएफ ने मध्य प्रदेश के दमोह से गिरफ्तार किया है। जवाहर जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद उसे दमोह कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर वाराणसी लाने की की तैयारी की जा रही है। एसटीएफ की वाराणसी यूनिट के सीओ विनोद सिंह ने पूर्व सांसद जवाहर जायसवाल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि दमोह में जवाहर के छिपे होने की जानकारी मिलने पर एसटीएफ टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से वहां के एक ठिकाने पर छापेमारी की थी। इस दौरान जवाहर जायसवाल को गिरफ्तार किया गया। गिरफ़्तारी के बाद अब उसे स्थानीय अदालत में पेश करने की तैयारी की जा रही है। सीओ ने बताया कि बैंक कर्मचारी की हत्या के इसी मामले में जवाहर जायसवाल का बेटा फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमों को लगाया गया है।
वहीं जवाहर को कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेकर वाराणसी लाने की तैयारी की जा रही है। इससे पहले जवाहर जायसवाल और उनके बेटे पर 25-25 हजार का इनाम घोषित करने के बाद लुक आउट नोटिस जारी की गई थी। इसके अलावा इस केस में अदालत से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की कवायद चल रही थी। चार दिसम्बर 2018 को पिता-पुत्र के खिलाफ सीजेएम ने गैर जमानती वॉरंट जारी किया था।
बताते चले कि वाराणसी के अर्दली बाजार निवासी बैंक कर्मचारी महेश जायसवाल की 23 अप्रैल 2012 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। महेश के भाई संत प्रसाद की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद लालपुर निवासी जवाहर जायसवाल और उनके बेटे गौरव का नाम विवेचना में शामिल किया गया था। जवाहर पर महाराजगंज जिले में गन्ना भुगतान के करीब 23 करोड़ रुपये के बकाया होने के मामले में भी केस दर्ज है।