खाद के लिए हलाकान किसानों ने सहकारी समिति पर काटा जमकर बवाल
समिति सचिव व कर्मचारियों पर लगाया तस्करो को अधिक मूल्य में बेचने का आरोप
अखिलेश
नौतनवा-महराजगंज. एक तरफ जहां सूबे की सरकार किसानों की परम हितैषी बनते हुए किसानों को तमाम तरह की सुविधाएं व सहूलियत उपलब्ध कराने का दम भर्ती हुए अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं अपनी गेहूं की फसल में यूरिया डालने के लिए किसान जगह जगह समिति दर समिति दर-दर भटकते नजर आ रहे हैं। दिन भर इंतजार के बाद किसानों को अपनी फसल के लिए उर्वरक उपलब्ध नहीं हो पा रही। जहां एक तरफ अन्नदाता अपनी फसल की चिंता में बिना कुछ खाए पिए उर्वरक के लिए दर-दर भटक रहे हैं वही जिम्मेदार कर्मचारी वह अधिकारी उर्वरकों की कालाबाजारी करके मलाई काटते हुए पैसे इकट्ठा करने पर लगे हुए है।
ताजा उदाहरण देखने को मिला दिन बुधवार को साधन सहकारी समिति मंगलापुर विकासखंड नौतनवा जिला महराजगंज में। उर्वरक मिलने की सूचना पर सैकड़ों की संख्या में किसान अपने आधार कार्ड और दस्तावेजों के साथ भोर से ही लाइन में लगते उर्वरक मिलने का इंतजार करने लगें। लगभग 10:30 से 11:00 के बीच में सघन समिति के सचिव व कर्मचारियों ने किसानों का आधार कार्ड जमा करवाया औऱ पैसे जमा करवाएं और अपने रजिस्टर पर नाम लिखकर खाद वितरण का काम शुरू किया,परंतु अभी कुछ ही समय बीता था की समिति पर मौजूद क्षेत्रीय किसानों ने हंगामा शुरू करते हुए समिति सचिव व कर्मचारियों पे आरोप लगाते हुए बवाल खड़ा कर दिया।
जिसका कारण बताते हुए किसानों ने बताया कि क्षेत्रीय लोगों को खाद की आपूर्ति ना कर के सचिव व कर्मचारी आधार कार्ड जमा कराने के बाद भी बाहरी लोगों को मूल्य से अधिक दाम पर तस्करी के लिए अधिक संख्या में उर्वरक बांट दे रहे हैं ।जबकि उर्वरकों की संख्या गोदाम में कम है जिसकी शिकायत किसानों द्वारा सचिव वह कर्मचारियों से करने पर वो लोग किसानों के साथ अभद्रता के साथ पेश आते हुए खाद ना देने की धमकी देने लगे । जिसके कारण क्षेत्रीय किसानों में गुस्सा व्याप्त हुआ और वो उग्र होकर शोर शराबा करने लगे क्षेत्रीय किसानों में पुरुषोत्तम यादव निवासी खैरटवा संजय त्रिपाठी ,राम बदन यादव रामकेवल मिश्र ,रामधनी साहनी जीनत ,जीतन ,कमल,रेवती आदि ने बताया कि सहकारी समिति के कर्मचारी हमेशा से ऐसे ही क्षेत्रीय लोगों को नजरअंदाज कर अपने निजी लाभ के लिए तस्करों को निर्धारित मूल्य से अधिक में उर्वरक उपलब्ध कराकर अपना धन लाभ करते हैं जिसके कारण हम किसानों को सही समय पर उर्वरक उपलब्ध नहीं हो पाता और हमें दर-दर भटकना पड़ता है इस बाबत जब सचिव राम आशीष शर्मा से बात की गई तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए बताया की सारे काम नियमानुसार सुचारू रूप से हो रहे हैं अगर कोई दुर व्यवस्था हुई है तो वह उसे ठीक करेंगे।