“भीड़ के उत्पात की प्रवृति” पर हुई चर्चा परिचर्चा
रूपेंद्र भारती
घोसी/मऊ. सर्वोदय पीजी कालेज घोसी के सभागार में शैक्षिक सहशैक्षिक एवं परिषद समिति के तत्वावधान में सोमवार को कालेज के प्राचार्य डाक्टर करुणानिधान उपाध्याय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ ।जिसमें भीड़ के उत्पात की प्रवृति नामक विषय पर एक परिचर्चा आयोजित की गयी ।जिसमे छात्र छात्राओं ने भीड़ तंत्र के पक्ष विपक्ष में अपने विचार को बहुत ही मार्मिक रूप से प्रस्तुत किया।
डीसीएसके पीजी कालेज मऊ के अर्थशास्त्र के एसोसिएट प्रोफेसर डाक्टर रामनिवास राय ने कहाकि युवा वर्ग को चाहिए कि वे अपने लक्ष्य के प्रति पूरे तन से समर्पित हो ।ताकि उनका आने वाला भविष्य सुनहरा हो ।शैक्षिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने से उनके अंदर छिपी प्रतिभा निखर कर सामने आ जाती है जो उनको आगे बढ़ाने में सहायक होती है ।जो कुछ भी करे स्वविवेक से करे भीड़ का हिस्सा बनकर न करे क्योंकि भीड़ तंत्र सदैव गलत कार्यों को करने की शक्ति प्रदान करती है ।ऐसे में भीड़ के सामने स्वयं का विवेक कार्य करना बंद कर देता है और गलत कार्यों को अंजाम दे देता है ।इसमें युवा वर्ग अहम भूमिका निभाता है क्योंकि वे आसानी से परिवर्तित हो जाते हैं ।
सर्वोदय पीजी कालेज घोसी के प्राचार्य डाक्टर करुणानिधान उपाध्याय ने कहाकि आज समाज मे माव लीचिंग यानी भीड़ तंत्र समाज के लिए एक घातक साबित हो रहा है ।इसके माध्यम से समाज के निर्दोष व्यक्ति को अपने जान की कुर्बानी देनी पड़ रही है ।इस माव विलीचिंग यानी भीड़ तंत्र को समाप्त करने के लिए युवा वर्ग जागृत होकर आगे आये तभी इससे निपटा जा सकता है ।माव विलिंचीग यानी भीड़ तंत्र जैसी घातक समस्याओं से बचने के लिए अनुशासन में रह कर अपने गुरुओं से ज्ञान प्राप्त करने के साथ ही विचार विमर्श कर उसका हल निकाने ।तभी जाकर आपके जीवन की सार्थकता होगी ।उन्होंने माव विलीचिंग यानी भीड़ तंत्र से बचने के लिए युवाओं को तमाम नसीहतें देते हुए कहाकि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वही तक है जहां की दूसरे व्यक्ति के भावनाओं को ठेस न पहुँचे ।शिक्षा के बढ़ोत्तरी के साथ ही असिहष्णुता, अनुशासनहीनता बढ़े तो वह समाज के लिए घातक है ।ऐसे में अफवाहों ,गलत सूचनाओं से बचें और अपनी बात करने के बजाय दूसरे की बातों को भी ध्यान से सुनें और उसके अनुसार स्वविवेक से कार्य करें ।मर्यादा में रहकर अपने विवेक से कार्य करते हुए भीड़ तंत्र बचें ।
परिचर्चा को कालेज के प्रवक्ता डाक्टर संजय राय ,डाक्टर राजीव मिश्र एवं संतोष कुमार राय ने भी संबोधित करते हुए कहाकि युवा वर्ग बड़ी तेजी के साथ परिवर्तीत हो जाता है क्योंकि उनके पास अनुभव की कमी होती है ।इसलिए युवा वर्ग भीड़ तंत्र से बचने का प्रयास करें । कार्यक्रम के संयोजक डाक्टर वंदना पांडेय ने कहाकि सदैव समाजहित में युवा स्वयं को समर्पित करें ।भीड़ तंत्र समाज,देश एवं स्वयं के लिए घातक होता है ।संचालन नैना शर्मा एवं गरिमा सिंह ने किया ।परिचर्चा में ज्योति प्रजापति ,नैना शर्मा ,मानसिह ,मनोज कुमार, अजित गुप्ता, सुरेश राय, मंगलेश गुप्ता ,शशिकला सहित अन्य विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया ।