ईंट से ईंट बजाकर भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाली बी चन्द्रकला की नही कम हो रही मुश्किलें, ईडी ने जारी किया सम्मन
आदिल अहमद
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में ईंट से ईंट बजा कर भ्रष्टाचार का खुलासा कर वायरल हुवे वीडियो में अचानक जनता की चहेती बनकर उभरी आईएएस बी चन्द्रकला की मुसीबते घटती नही दिखाई दे रही है। उत्तर-प्रदेश में हुए खनन घोटाला मामले में अब इस अफसर पर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने कथित उत्तर प्रदेश खनन घोटाले के सिलसिले में हमीरपुर की पूर्व जिला मजिस्ट्रेट बी। चंद्रकला तथा अन्य को सम्मन किया है। पूछताछ अगले सप्ताह की जाएगी। बता दें कि पिछले दिनों बी। चंद्रकला के लखनऊ स्थित घर पर आज सीबीआई ने छापेमारी की थी। सीबीआई की ये छापेमारी खनन से जुड़े घोटाले की जांच के लिए हुई थी।
बताया जा रहा है कि पूछताछ के लिए बी चंद्रकला को 24 जनवरी को बुलाया गया है। चंद्रकला से लखनऊ स्तिथ ईडी के दफ़्तर में पूछताछ होगी। समाजवादी पार्टी से एम्एलसी रमेश मिश्रा भी इस मामले में आरोपी हैं। ईडी ने नोटिस भेजकर उन्हें 28 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी की सरकार में अवैध खनन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में कई याचिकाएं पहुंचीं थीं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2016 में यूपी में अवैध खनन की जांच के आदेश दिए। यूपी के सात प्रमुख जिलों में अवैध खनन की शिकायत इलाहाबाद कोर्ट को मिली थी। उस दौरान फतेहपुर, देवरिया, शामली, कौशांबी, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में अवैध खनन का मामला सामने आया था। हमीरपुर मामले में दो जनवरी,2019 को सीबीआई के डिप्टी एसपी केके शर्मा ने केस दर्ज कराया।
इसी केस में शनिवार को सीबीआई ने आईएएस बी चंद्रकला के लखनऊ स्थित फ्लैट सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी कानपुर, लखनऊ, हमीरपुर, जालौन, नोएडा में भी हुई। आईपीसी की धाराओं 379,384,420,511 120 B और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत संबंधितों पर केस दर्ज हुआ है।। 2012 से 2016 के बीच में बालू की माइनिंग अवैध तरीके से की गई थी। शिकायतों के मुताबिक अधिकारी अवैध खनन कर रहे लोगों और अवैध बालू ले जा रहे वाहनों के ड्राईवरों से पैसे ऐंठते थे।