रामपुर – पुरानी पेंशन बहाली को शिक्षकों का प्रदर्शन
गौरव जैन
रामपुर : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षकों ने अम्बेडकर पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग दोहराई। साथ ही चेताया कि सरकार ने मांग नहीं मानी तो आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
सोमवार को शिक्षक कर्मचारी अधिकारी पुरानी पेंशन मंच के प्रांतीय आह्वान पर शिक्षक और कर्मचारी एकत्र होकर सवेरे 11 बजे अम्बेडकर पार्क पहुंचे, जहां पर वे पुरानी पेंशन बहाली की मांग को धरने पर बैठ गए। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला संयोजक प्रेम सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ने 2005 के बाद नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों की पेंशन बंद कर, इसके स्थान पर नवीन पेंशन योजना लागू कर दी, जो कि उचित और तर्क संगत नहीं है। आगे कहा पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है, कोई भीख नहीं है। बोले इस अधिकार को हम लेकर रहेंगे। अखिल भारतीय उर्दू शिक्षा संघ के जिलाध्यक्ष जुल्फिकार अली ने कहा कि देश में दोहरी नीति नहीं चलेगी। विधायक और सांसद दस बार जीतें तो, उन्हें हर बार पुरानी पेंशन मिलेगी। कर्मचारी, अधिकारियों एवं शिक्षकों को नवीन पेंशन। इसे वर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रवेंद्र गंगवार ने कहा कि पेंशन बुढापे का सहारा होती है। सरकार शिक्षकों से उनके बुढ़ापे का सहारा छीन कर दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर रही है। कहा कि यदि सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल नहीं कि तो इसका खामियाजा जल्दी भुगतना पड़ेगा। शुष्मा सिंह ने पेंशन बहाली को लेकर एकजुट होने को कहा। बोली यदि जेल भी जाना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे। इसके बाद सभी शिक्षक जुलूस की शक्ल में एकत्र होकर, नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम महेंद्र बहादुर सिंह को सौंपा। ज्ञापन में पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। इसके अलावा 28 जनवरी को मशाल जुलूस 6 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल करने का एलान किया। तब भी सरकार नहीं चेती तो 12 फरवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी गई।
इस दौरान इंद्रेश कुमार, सुभाष राठौर, महेश कुमार, लालता प्रसाद, डा. अहसान, महेंद्र गंगवार, विनोद गंगवार, टीकाराम, गन्नेशी लाल, सूर्य प्रकाश, एवं तरुण उपाध्य, कमलेश गंगवार, वसीम अहमद, नादिर हुसैन, परवेज खां, निदा खुशनूद, पवन कुमार, मोहम्मद तनवीर, सईद सागर, महिपाल, विनोद कुमार,धर्मपाल सिंह, जितेंद्र सिंह, ओमकार सिंह, जगदीश पटेल, रहमत अली, अखिल भारतीय उर्दू शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जुल्फिकार अली, गीता गंगवार, शुष्मा सिंह, जया लक्ष्मी एवं राज दुलारी आदि मौजूद रहे।