बिहार के डीजीपी का ऑन द स्पॉट फैसला, आधी रात को गिर गया दो थानेदारों का विकेट
अनिल कुमार
बिहार के डीजीपी बनते ही गुप्तेश्वर पांडेय ने साफ शब्दों में कह दिया था कि वे खुद फील्ड में निकलेंगे। कभी भी और कहीं भी वो अचानक पहुंच सकते हैं और अगर उस दरम्यान किसी प्रकार की उन्हें लापरवाही मिली तो दोषी पुलिसकर्मियों को नहीं बख्शेंगे।
शनिवार की आधी रात को करीब बारह बजे से एक बजे के बीच में डीजीपी ने एक नहीं बल्कि राजधानी के दो थानों पर अचानक छापेमारी कर दी। ये दोनों थाना एसकेपुरी और गर्दनीबाग है। अचानक डीजीपी को देख थानों की ही नहीं,बल्कि पूरी पटना पुलिस के अधिकारियों में जबरदस्त हड़कंप मच गया।
सेंट्रल रेंज के डीआईजी राजेश कुमार, सिटी एसपी सेंट्रल अमरकेश डी, सचिवालय डीएसपी को जैसे ही इस बात की भनक लगी,सभी भागते हुए डीजीपी के पास पहुंच गए। अपने औचक निरीक्षण के दौरान दोनों ही थानों में डीजीपी ने काफी खामियां पकड़ी।
थाने के हाजत में बगैर किसी कानूनी प्रक्रिया के तहत एक शख्स को बंद करके रखा गया था। थाने वाले उस शख्स से अवैध वसूली करने के तैयारी में थे। लेकिन डीजीपी ने पकड़ लिया और ऑन द स्पॉट एसकेपुरी और गर्दनीबाग थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया। इनके साथ ही कार्य में लापरवाही बरतने वाले दो और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
एक घंटे से भी कम समय में दो थानों में औचक निरीक्षण की वजह से चार पुलिसकर्मियों की विकेट गिर गई।
आधी रात को हुए इस सख्त कार्रवाई से पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों में डीजीपी ने एक कड़ा संदेश दिया है।