पंजाब विधानसभा में भी घिरे सिद्धू, भारी हंगामा, नवजोत ने पुलवामा हमले को कंधार कांड से जोड़ा
अंजनी राय
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में साेमवार को स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर भारी हंगामा हुआ। सदन में पुलवामा में आतंकी हमले पर सिद्धू के बयान पर विपक्ष ने उनको घेरा। सदन में सिद्धू और शिअद के विक्रम मजीठिया में तू तू- मैं मैं हो गई। शिअद के विधायक काली पट्टी बांध कर सदन में आए और सिद्धू के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की।
दूसरी ओर, सिद्धू अपने बयान पर कायम रहने के साथ पूरे मामले को 1999 के कंधार विमान अपहरण कांड से जोड़ने की कोशिश की। हंगामे के कारण विधानसभा में वित्तमंत्री अपना बजअ भाषण रोकना पडा व सदन कर कार्यवाही एक बार स्थगित करनी पड़ी।
बाद में सिद्घू ने पत्रकारों ने कहा कि क्या आज कोई चाहता है कि आतंकवाद के आगे घुटने टेक दिए जाएं। आतंकवाद इस देश को खेरू-खेरू बिखेड़ दे। देश का विकास थम जाए। देश का अमन अमान पूरी तरह से बिगड़ जाए। यही आतंकवादी चाहता है। जिन्होंने ये घिनौना अपराध किया था। उसे घसीट के लाना चाहिए। और ऐसी सजा देनी चाहिए। पीढ़ी दर पीढ़ी याद करे।
उन्होंने कहा कि 1999 में कंधार में उनकी बेड़ियां किसने खोली थीं। उन्हें किसने रिहा किया था। ये मैं पूछना चाहता हूं। वह किसकी जवाबदेही है। हमारी लड़ाई उनके साथ है। क्यों फौजी मरे। क्यों जवान मरे। क्यों बाप के कंधे के ऊपर बेटे का जनाजा। स्थाई सामाधान क्यों न हो। 1700 घटनाएं क्यों हुए। इनके साथ हम सबकी जंग है। मेरी भी है। आतंकवादियों से लड़िए। किसी गुरु के शिष्य की गंज पांच साल और दो साल के बच्चे, मजलूम, महिला, बुजुर्ग के साथ नहीं हो सकती।