आतंकवादी हमले में ईरान के 27 सैनिकों के शहीद होने के बाद ईरानी सेना हरकत में, पनडुब्बी फ़ातेह क्रूज़ मिसाइलों से लैस
आफ़ताब फ़ारूक़ी
: ईरान के रक्षा मंत्री अमीर हातेमी ने कहा है कि ईरानी सैन्य विशेषज्ञों द्वारा निर्मित पनडुब्बी फ़ातेह ने समस्त परीक्षणों को सफलतापूर्वक तय कर लिया है और अब जल्दी ही इसे क्रूज़ मिसाइलों से लैस किया जाएगा।
रक्षा मंत्री ने कहा क्रूज़ मिसाइलों से लैस करके पनडुब्बियों को ईरान की जल सेना को सौंप दिया जाएगा।
रक्षा मंत्री हातेमी का कहना था कि फ़ातेह पनडुब्बी सोनार सिस्टम, कम्बाइन्ड बैटल, समुद्र से सतह पर फ़ायर हुए मिसाइलों की गाइडेंस, निर्देशित टारपीडो, इलैक्ट्रोनिक अटैक समेत कई आधुनिक तकनीकों से लैस है।
उन्होंने कहा, इस पनडुब्बी के इस्तेमाल से ईरान की जल सेना की शक्ति में काफ़ी वृद्धि हो जाएगी।
ईरान क्षेत्र की एकमात्र ऐसी सैन्य शक्ति है जो अपनी ज़रूरत के अधिकांश हथियारों और सैन्य उपकरणों में आत्म निर्भर है।
रक्षा मंत्री का कहना था कि आधुनिक पनडुब्बी बनाकर ईरान ने रक्षा क्षेत्र में एक लम्बी छलांग लगाई है।
ग़ौरतलब है कि बुधवार की शाम पाकिस्तानी सीमा के निकट एक आत्मघाती हमले में ईरान के इस्लामी क्रांति बल आईआरजीसी के शहीद होने वाले 27 सैनिकों के ख़ून का बदला लेने का तेहरान ने संकल्प लिया है।
आईआरजीसी के कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद अली जाफ़री ने एक बयान जारी करके कहा है कि आईआरजीसी ईरान की सीमाओं की रक्षा के लिए पहले से अधिक संकल्पित है और हम दुश्मन से अपने शहीदों के ख़ून का बदला ज़रूर लेंगे।
इससे पहले ईरान के दक्षिण पूरब और दक्षिण पश्चिमी भागों में होने वाले आतंकवादी हमलों के लिंक सऊदी अरब और उसके कुछ सहयोगी देशों से जुड़े रहे हैं और यह हमला सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की पाकिस्तान यात्रा से ठीक पहले हुआ है।
सऊदी अरब ईरान-पाकिस्तान सीमा पर सक्रिय आतंकवादी गुटों को धन उपलब्ध कराता रहा है।
सऊदी क्राउन प्रिंस ईरान विरोधी अपनी नीतियों के लिए पहचान बना चुके हैं और वह युद्ध को ईरान की सीमाओं के भीतर लाने का दावा भी कर चुके हैं।
अब देखना होगा कि आतंकवादी गुटों और उन्हें सरंक्षण देने वालों के ख़िलाफ़ ईरान की घातक कार्यवाही कैसी होगी।