आबकारी विभाग की शह पर क्षेत्र में धधक रहीं अवैध कच्ची शराब की भट्टियां
फारुख हुसैन
पलियाकलां-खीरी। क्षेत्र में आबकारी विभाग की शह पर अवैध कच्ची शराब की तमाम भट्टियां धधक रहीं हैं, लेकिन आबकारी विभाग की ओर से कोई कार्रवाई इन कच्ची के कारोबारियों के खिलाफ नहीं की जाती है। क्षेत्रीय पुलिस यदा-कदा अभियान चलाकर अवैध धंधे में लिप्त कारोबारियों को जेल भेज भी देती है, लेकिन आबकारी विभाग कानों में तेल डालकर चुपचाप बैठा हुआ है। जिस वजह से आए दिन क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब का सेवन करने से लोगों की मौतें हो जाती हैं। अब तक तमाम सुहागिनों की मांग का सिन्दूर उजड़ गया और कईयों माताओं की गोदी सूनी हो गई। साथ ही सैकड़ों बहनों से उनके भाई छिन गए। यह सब आबकारी विभाग की लापरवाही और लालच के कारण हो रहा है।
बता दें कि खीरी जिले में लम्बे समय से अवैध कच्ची शराब का धंधा तेजी से चल रहा है। इस अवैध कारोबार के लिए जनता हमेशा पुलिस को दोषी ठहराती है, जबकि इसकी पूरी जिम्मेदारी आबकारी विभाग की होती है। आबकारी विभाग इस धंधे को बन्द करने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है, क्योंकि विभाग के अधिकारी/कर्मचारी कच्ची के कारोबारियों से मासिक सुविधा शुल्क लेते है, जिस कारण यह धंधा बन्द होने की जगह तेजी से फलफूल रहा है। पलिया तहसील क्षेत्र के छोटी पलिया, पतवारा, मझगईं, कोठिया, पटिहन, बोझवा, मकनपुर, अतरिया, बड़ागांव, मरौचा, नगला, नौगवां सहित कई दर्जन गांवों में अवैध कच्ची शराब का धंधा काफी तेजी स ेचल रहा है। इसके अलावा निघासन तहसील क्षेत्र के भी दर्जनों गांवों में यह धंधा तेजी से फलफूल रहा है। खास बात यह है कि इस धंधे के कारोबारी कच्ची शराब में ऐसा कोई कैमिकल का मिश्रण करते हैं जिससे शराब काफी नशीली हो जाती है। जिस कारण कभी-कभी इसे सेवन करने वालों की मौत भी हो जाती है।
कुछ अवैध कच्ची के कारोबारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह लोग यह धंधा लम्बे समय से करते चले आ रहे हैं। इसके बदले वह लोग आबकारी इंस्पेक्टर को मासिक शुल्क देते हैं। जिस वजह से उन लोगों का कारोबार कभी पकड़ा नहीं जाता है। क्षेत्रीय पुलिस कभी-कभी अभियान चलाकर धंधेबाजों को पकड़ ले जाती है, लेकिन कुछ ही समय में वह लोग बाहर आ जाते हैं और फिर से अपने धंधे को अंजाम देने लगते हैं। लोगों का कहना है कि वैसे पुलिस भी उन लोगों को कभी-कभी ही पकड़ पाती है, क्योंकि आबकारी विभाग के कुछ सूत्रों से उन लोगों को सूचना मिल जाती है कि आज पुलिस अवैध कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चला रही है। खबर मिलते ही वह लोग मौके से गायब हो जाते हैं। बता दें कि इस प्रकार से यदि आबकारी विभाग भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रहेगा तो आने वाले समय में क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब का धंधा घर-घर में शुरू हो जाएगा और इसे पीने से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो जाएगा।