प्रेमी जोड़ो को संरक्षण और सुरक्षा देने वाली संस्था पर अवैध वसूली का आरोप, संस्था का चेयरमैन पहले पूर्व में रह चूका है रामविलास पासवान का ओएसडी
आफताब फारुकी
नई दिल्ली: प्रेमी जोड़े जो अपने घरो से अपने परिजनों से बगावत करके घर छोड़ कर एक साथ जीने मरने की कसमे खाकर निकलते है। ऐसे प्रेमी जोड़ों की शादी कराने के नाम पर बनी संस्था लव कमांडो पर अब ऐसे ही जोड़ों से वसूली करने का आरोप लग रहा है। पुलिस ने इस संस्था के तीन और कर्मचारियों को अरेस्ट किया है। उनसे कई सनसनीखेज जानकारियां मिलने की बात कही जा रही है। लव कमांडो के पहाड़गंज में बने इस दफ्तर में प्रेमी जोड़े इस उम्मीद में आते थे कि उन्हें शरण और मदद मिलेगी। लेकिन यहां आकर पाते थे कि वो एक गिरोह के चंगुल में हैं। इन कमरों में उन्हें बहुत बुरी हालत में रखा जाता था, उनसे मारपीट होती थी, उनसे बड़ी रक़म ऐंठ ली जाती थी।
संस्था से जुड़े राजेश मल्होत्रा, कैलाश चंद और गोविंदा प्रेमी को रविवार राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हाल ही दिल्ली महिला आयोग और पहाड़गंज पुलिस ने प्रेमी जोड़ों की शिकायत पर लव कमांडो के शेल्टर होम पर छापा मार कर कई प्रेमी जोड़ों को रिहा कराया। इन जोड़ों का आरोप है कि लव कमांडो के सदस्य उनकी मजबूरी का नाजायत फायदा उठा कर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं।
इनकी वेबसाइट देखकर इनसे सम्पर्क करने वाले जोड़ों को पहले उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी दी जाती थी। उनको बताया जाता था कि शेल्टर में खाना, रहना फ्री होगा, केवल शादी के लिए क़ानूनी कार्यवाही का खर्च देना होगा। ये लोग इन युवक-युवतियों की डिग्री और आईडी अपने कब्जे में कर लेते थे। इसके बाद उनकी शादी करवाकर इन कागजात की एवज में रकम वसूलते थे। बता दें, पुलिस ने हाल ही में लव कमांडो के चेयरमैन संजय सचदेवा को गिरफ्तार किया था, अब तक उसके बैंक अकाउंट में 48 लाख रुपये मिल चुके हैं, संस्था कई सालों से बिना रजिस्ट्रेशन ही चल रही थी। इसका रजिस्ट्रेशन 2018 में कराया गया। संजय सचदेव पहले केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का ओएसडी रह चुका है। पुलिस ने बड़े पैमाने पर प्रेमी जोड़ों के दस्तावेज बरामद किए हैं। अब संजय सचदेव के करीबी हर्ष मल्होत्रा की तलाश की जा रही है।