मऊ के प्रमुख समाचारों पर एक नज़र, जाने जब सरकार ने नहीं सुना फ़रियाद तो ग्रामीणों ने खुद चंदा करके बनवा लिया जर्जर नाली
नवागत जिलाधिकारी ने ग्रहण किया पदभार
मऊ: (संजय ठाकुर) जनपद के नवागत जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी 2008 के आई0ए0एस0 हैं। जिलाधिकारी द्वारा 12:30 बजे कोषागार मऊ में कार्यभार ग्रहण किया गया। नवागत जिलाधिकारी इसके पूर्व विशेष सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग उ0प्र0 शासन एवं स्टाफ आफिसर मुख्य सचिव उ0प्र0 जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद गाजीपुर में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर रहा चुका हॅू।
जिलाधिकारी द्वारा इसके पश्चात् पत्र प्रतिनिधियों से परिचय करते हुए बताया गया कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाना तथा जनता की समस्याओं को निस्तारण किया जाना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। पत्रकारों द्वारा मीडिया संकुल भवन की समस्या बतायी गयी जिसपर जिलाधिकारी ने बताया कि इसकी कार्यवाही जल्द की जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा प्रेस प्रतिनिधियों से बताया कि जनपद में किसी भी घटना की जब तक सही पुष्टि न हो जाये तब तक उस घटना को प्रचारित-प्रसारित न किया जाये।
नहीं सुना सरकार ने तो ग्रामीणों ने खुद के चंदे से बनवा लिया नाली
घोसी /मऊ (रूपेंद्र भारती) घोसी तहसील क्षेत्र के बडराँव ब्लाक अंतर्गत जमलापुर विक्कमपुर गांव में निर्मित पुरानी नाली के टूट जाने के कारण सड़क पर बह रहे गंदे पानी को रोकने के साथ ही नाली का मरम्मत कराने की शिकायत उच्चाधिकारियों से बार बार करने के बाद भी नहीं कराने पर रविवार को ग्रामीणों ने चन्दा वसूल कर मरम्मत कराकर विकास को एक नई दिशा दिया।
बडराँव ब्लाक के जमलापुर विक्कमपुर गांव में अब्दुल सलाम के घर से मदरसा अमजदिया होते हुए पोखरी तक 100 मीटर के आस पास नाली टूट गई थी ।इस नाली से होकर जाने वाली सड़क पर मस्जिद एवं मदरसा भी मौजूद हैं । नाली टूटने के कारण नाली का गन्दा पानी रोड पर बह रहा था ।जिसके मरम्मत करने को लेकर ग्रामवासियों ने कई अधिकारियों से लिखित शिकायत किया था फिर भी ग्राम प्रधान सहित कुछ अन्य कर्मचारी नाली की मरम्मत नहीं होने दे रहे थे ।जिससे ग्रामीणों का आक्रोश रविवार को बढ़ गया और ग्रामवासियों से चंदा वसूल कर मरम्मत कार्य कराते हुए गांव के विकास को गति दिया ।साथ ही ग्रामीणों ने श्रमदान भी किया ।इस अवसर पर पूर्व ग्राम प्रधानमोहम्मद मसूद ,अब्दुल सलाम ,इक़बाल ,ऐनुलहक ,सम्स परवेज ,नुरुल्लाह ,मसीउर्रह मान ,संजय सिंह परमार ,सुबाष, जिलापंचायत सदस्य अवधेश कुमार बागी ,पतिराम ,सुनेश्वर, जयराम चौरसिया ,चन्द्रिका आदि सहयोग करने वालों में शामिल रहे।
आर्थिक आधार पर आरक्षण का हुआ धरना देकर विरोध
घोसी /मऊ- (रूपेंद्र भारती) संविधान बचाओं संघर्ष समिति के तत्वावधान में घोसी ब्लाक के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रविवार को सम्पन्न हुआ ।जिसमें दस फीसदी आर्थिक आधार पर सवर्णों के आरक्षण का जमकर विरोध किया गया ।इस आरक्षण को गैर संवैधानिक भी करार दिया ।विश्वविद्यालयों में तेरहवाँ पोवाइंट रोस्टर लागू कर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के साथ ही पिछड़ों के हक एवं अधिकार से वंचित करने की साजिश की जा रही है ।ईवीएम से वोटिंग कराना लोक तंत्र की हत्या है ।धरनारत लोगों ने आगामी 5 मार्च को भारत बंद को सफल बनाने का आवाहन किया ।इस अवसर पर उषा भारती, पिंकी देवी ,श्यामपियारी देवी ,शिवकुमारी ,दुलारी ,शिवपूजन ,प्रमिला ,रीना देवी ,रामवती ,अशोक ,प्रमोद ,संतोष भारती आदि उपस्थित रहे ।
महिला ऐच्छिक ब्यूरो में 14 मामलें आए, तीन का हुआ निस्तारण
मऊ। (संजय ठाकुर) महिला ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक रविवार को पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र बहादुर के निर्देशन में पुलिस लाइन स्थित मनोरंजन कक्ष में हुई। इसमें कुल 14 पारिवारिक मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से तीन मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें दो दंपति ने सभी मतभेद भुलाकर साथ- साथ रहने को तैयार हो गए। एक मामले में विपक्षी के लगातार अनुपस्थिति के चलते अग्रिम कार्यवाही के लिए अग्रसारित कर दी गई। शेष पत्रावलियों में बैठक की अगली तिथि तीन मार्च 2019 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजेे जाने का निर्देश दिया गया।
ऐच्छिक ब्यूरो केंद्र के सदस्यों के प्रयास से मंजूर अहमद और एजाज अहमद तथा सुफिया और फैजुर्रहमान ने अपना मतभेद भुलाकर साथ – साथ रहने को तैयार हो गए। वही मीना और संजीत के मामले में विपक्षी संजीत के लगातार अनुपस्थित होने के चलते मामले में अग्रिम कार्यवाही के लिए अग्रसारित कर दिया गया। इस दौरान निशा और रामभजन, सोनम चौबे और सोनू तिवारी तथा आरती गुप्ता और कन्हैया गुप्ता के मामले में पक्षकारों ने समय की मांग किया। वहीं
सोनम चौरसिया और दीपचंद चौरसिया, विजय और जयश्री औढेकर,नरेन्द्र और उर्मिला, किरन और सत्येंद्र कुमार के मामले में एक-एक पक्षकार उपस्थित हुए। तथा मुहम्मद इरशाद और गुलशन आरा , फैज अहमद और रेयाज अहमद,प्रतिभा प्रजापति और प्रेमप्रकाश प्रजापति, तथा जितेंद्र और नीलम के मामले में कोई पक्ष उपस्थित नहीं हुआ। जिसके चलते बैठक की अगली तिथि तीन मार्च 2019 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया। इस दौरान ब्यूरो केंद्र के सदस्यगण सर्वेश दूबे, अर्चना उपाध्याय, विनोद कुमार सिंह, डा.एम ए खान, मौलवी अरशद, आरक्षी सोनी और इशरावती यादव ने अपना योगदान दिया। बैठक में काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।