वन दरोगा ने थाना पुलिस पर लगाए मिलीभगत के आरोप, माफियाओं द्वारा वन दरोगा को दी गई थी अपहरण और हत्या की धमकी
प्रत्युष मिश्रा
अतर्रा। वन विभाग के दरोगा ने माफिआओं द्वारा अपहरण तथा हत्या कर देने की आशंका जताते हुए थाना पुलिस पर माफियाओं से मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। थाना सहित उच्चाधिकारियों को तहरीर देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे माफियाओं का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है, कभी भी अनहोने हो सकी है।
तहसील क्षेत्र के वन दरोगा भूरेलाल ने थाना फतेहगंज पुलिस को कुछ माह पहले तहरीर देकर कहा था कि नौगवां सेक्सन क्षेत्र मध्य प्रदेश से सटे जंगल भूमि पर कई माफिया अवैध खनन एवं लकडी कटान का गोरखधंधा चला रहे हैं जिसे रोकने पर जान से मार देने व अपहरण करवा देने की धमकी दे रहे हैं। माफियाओं को अवैध कृत्य से रोकने के लिए जब दरोगा ने जंगली रास्ते पर गड्ढा करवाया तो ग्राम पंचायत कुलसारी प्रधान और व एक अन्य के अलावा गुंडों के साथ मिलकर गालीगलौज एवं जान से मारदेने तथा अपहरण करा लिए जाने की धमकी दी, जिसकी शिकायत तत्कालीन थानाध्यक्ष फतेहगंज से लिखित रूप में करने पर भी कोई कार्रवाई ना होने तथा माफियाओं से मिलीभगत करने के आरोप उन्होने लगाए हैं।पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने से माफियाओं के हौसले बुलंद होना बताया है।
वन दरोगा ने माफियाओं के तार डकैतों से जुडे होने का भी दावा किया है। वन विभाग दरोगा ने सदमें से गुजरने की बात कही है इसी परेशानी के चलते अपनी पत्नी की मौत हो जाना बताया है। वन दरोगा ने माफियाओं के भय से वन क्षेत्र में न जा पाने की बात भी कही है। उन्होंने थानाध्यक्ष दिनेश सिंह से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कार्रवाई की मांग की, जबकि इंस्पेक्टर दिनेश सिंह ने कहा कि मामला पहले का है, संज्ञान में आया है, कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। ज्ञात रहे तहसील क्षेत्र के अतर्रा फतेहगंज नरैनी आदि वन क्षेत्र उनके कार्य दायरे में है।