दालमंडी में आतंक का पर्याय बना जेल में बंद फैजान हेतु रंगदारी वसूलने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे
तारिक आज़मी
वाराणसी। शहर का दालमंडी क्षेत्र में आतंक का दूसरा नाम बनकर उभर रहा जेल में बंद अपराधी फैजान द्वारा इलाके में लगातार रंगदारी वसूले जाने की सूचनाये तो पुलिस को प्राप्त होती रहती है। मगर पीड़ित द्वारा शिकायत नही करने से पुलिस चाह कर भी कुछ नही कर पाती है। इसी क्रम में चौक पुलिस ने एक दर्ज अपराध में फैजान के गुर्गे को रंगदारी के एक मामले में आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्राप्त समाचारों एवं पीड़ित के तहरीर के अनुसार जेल में बंद कुख्यात अपराधी फैजान द्वारा क्षेत्र के एक ठेकेदार से रंगदारी की मांग अपने गुर्गे के माध्यम से करवाया गया था। इस मांग को ठेकेदार द्वारा सिरे से नकार दिया गया था। उसी दिन दिनांक 6 मार्च को देर रात लगभग 10:30 पर फैजान के गुर्गे के साथ आये एक अन्य युवक ने ठेकेदार को पिस्टल लगा कर कथित तौर पर फैजान का फरमान सुनाया और रंगदारी की रकम दुगनी करने को कहा। घटना के सम्बन्ध में पीड़ित द्वारा उसी दिन देर रात थाना स्थानीय पर इसकी सुचना प्रदान किया गया। सुचना पाकर एक्शन मोड़ में आई चौक पुलिस ने घटना के सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करते हुवे आरोपियों की गिरफ़्तारी हेतु दबिश देना शुरू कर दिया।
इसी क्रम में आज एक आरोपी मो0 फिरोज पुत्र अजीम उल्लाह निवासी सी0के0 42/76 घुमरानी गली थाना चौक वाराणसी को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने अभियुक्त का चालान कर न्यायालय भेज दिया जहा से उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। घटना में अभी एक नामज़द अभियुक्त फरार है। गिरफ्तार करने वाली टीम में नागेन्द्र उपाध्याय, उ0नि0 श्री ज्ञानसिंह, का0 अली अतहर उपस्थित थे।
कौन है फैजान और क्या सम्बन्ध है उसका गिरफ्तार अभियुक्त से
बताते चले कि एक सोना कारोबारी के यहाँ वाराणसी की एक बड़ी घटना को अंजाम देते हुवे फैजान ने अपने साथियों के साथ एक बड़ी लूट किया था। इस घटना के बाद से फैजान अपराध जगत का बेताज बादशाह बनने की चाहत में रोज़ ही नित नये कारनामो को अंजाम देता चला आ रहा है। इसी क्रम में उसने जेल में बैठ सबसे अधिक सॉफ्ट टारगेट दालमंडी के कारोबारियों को बनाया। इस क्षेत्र में उसके काफी गुर्गे पैदा हो जाने की चर्चाये क्षेत्र में रहती है। गिरफ्तार अभियुक्त फैजान का चचेरा भाई बताया जाता है। इसके पहले भी वह कुछ घटनाओ को अंजाम दे चूका है, मगर घटना के बाद उसके और फैजान के परिजन डिफेन्स मोड़ में आते हुवे मामले को ख़त्म कर देते है।
चर्चाओ और सूत्रों से प्राप्त समाचारों के अनुसार अभी तीन-चार दिन पहले दालमंडी घुघरानी गली स्थित अरविन्द कटरे में लुंगी कारोबारी एक युवक को भी इसने पिस्टल लगाया था। सूत्रों के अनुसार उस कारोबारी से उगाही भी हुई थी। मगर कारोबारी कुछ भी मुह खोलने को तैयार नही है। वही इसी युवक द्वारा रंगदारी न देने पर एक दुकानदार के शटर पर मिटटी का तेल डाल कर आग लगाने की असफल कोशिश किया गया था। मगर क्षेत्रीय नागरिको द्वारा इसको पकड़ कर पुलिस को सौप दिया गया था।
चर्चाओ के अनुसार इस प्रकरण में भी पीड़ित पर फैजान के घरवालो और उसके चाहने वालो ने पीड़ित पक्ष पर दबाव डाल कर मामले में तहरीर नही पड़ने दिया था। शिकायतकर्ता के शिकायत न करने के स्थिति में इसको फिर शांति भंग में चालान पुलिस वालो द्वारा किया गया था। चर्चाओ और सूत्रों से प्राप्त जानकारी को आधार माने तो इस युवक अथवा फैजान के खिलाफ अगर कोई आवाज़ बुलंद होना चाहती है तो उसको फैजान के परिजनों और रिश्तेदारों द्वारा दबाव देकर दबा दिया जाता है। इस प्रकरण में भी शिकायतकर्ता को कुछ लोगो द्वारा समझाने का प्रयास किया गया था। मगर शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत वापस नही लिया था।